आनी में सरकार द्वारा की गई घोषणाओं क़ो पूरा न होने क़े विरोध में सीपीआईएम का क्रमिक अनशन शुरू

ख़बरें अभी तक: बीते वर्ष 25 जनवरी क़ो प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा आनी क़े विकास में की गई घोषणाओं क़ो पूरा न होने क़े विरोध में सीपीआईएम की आनी इकाई क़े सदस्यों ने बसस्टेंड पर बैठकर शुक्रवार से चार दिनों तक क्रमिक अनशन शुरू कर दिया है। यहां बैठते ही सीपीआईएम क़े कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी भी की। सीपीआईएम आनी इकाई क़े सचिव गीता राम ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा  है कि भाजपा सरकार क़े डेढ़ साल क़े कार्यकाल में सरकार द्वारा वायदों से हटकर जन विरोधी, पूंजीपतियों, बड़ी कंपनियो व ठेकेदारों क़े पक्ष में कार्य कर रही है।

जबकि आनी क़े विकास क़े लिए की गई घोषणाएं जमीन पर कहीं नजर नहीं आ रही है। गीता राम का कहना है कि आनी में बस सब डिपो का फाटक लगाया गया जबकि सब डिपो आनी में कोई भी सुविधाएं अभी तक सरकार द्वारा मुहैया नहीं करवाई गई है। उन्होंने कहा कि आनी में बसों का अभाव चला है। स्कूल व कॉलेज क़े बच्चों क़ो भारी परेशानियां झेलनी पड़ती है। जिसके चलते सरकार द्वारा आनी क़े लिए दस अतिरिक्त बसें भेजने का वायदा किया था जो अभी तक पूरा नहीं हो पाया है।

उन्होंने कहा कि इसके अलावा आनी अस्पताल क़ो सौ बिस्तर, लूहरी क़ो बस अड्डा और आनी में एक आलीशान  सर्किट हॉउस बनाने की घोषणा भी की है जो घोषणा क़े डेढ़ साल बाद भी सिरे नहीं चढ़ पाई है। उन्होंने कहा कि सीपीआईएम इसके विरोध में 16 से 19 अगस्त तक क्रमिक अनशन पर बैठी है। साथ ही उन्होंने चेतावनी दी है कि इसके बावजूद भी उनकी आवाज नहीं सुनी गई तो आन्दोलन उग्र रूप धारण करेगा।