“जानता हूं ‘मृत्यु ही इस दुनिया का अंतिम सच है!’: सतीश कौशिक के निधन पर बोले अनुपम खेर

खबरें अभी तक: मशहूर अभिनेता और डायरेक्टर सतीश कौशिक का निधन हो गया है. सतीश कौशिक के जिगरी दोस्त और अभिनेता अनुपम खेर ने ट्वीट कर इस दुखद खबर की जानकारी दी. अनुपम खेर ने लिखा, “जानता हूं ‘मृत्यु ही इस दुनिया का अंतिम सच है!’ पर ये बात मैं जीते जी कभी अपने जिगरी दोस्त सतीश कौशिक के बारे में लिखूंगा, ये मैंने सपने में भी नहीं सोचा था. 45 साल की दोस्ती पर ऐसे अचानक पूर्ण विराम!! Life will NEVER be the same without you SATISH! ओम् शांति!”

सतीश कौशिक का जन्म 13 अप्रैल 1956 हरियाणा के महेंद्रगढ़ में हुआ था। उन्होंने अपने अभिनय करियर की शुरुआत 1983 में आई फिल्म ‘मासूम’ से की थी। एक फिल्म अभिनेता के रूप में सतीश कौशिक को 1987 में आई फिल्म मिस्टर इंडिया से पहचान मिली थी। इसके बाद उन्होंने 1997 में दीवाना मस्ताना में पप्पू पेजर का किरदार निभाया था। अपने करियर में उन्होंने करीब 100 फिल्मों में काम किया। उन्होंने 1990 में ‘राम लखन’ के लिए और 1997 में ‘साजन चले ससुराल’ के लिए फिल्मफेयर पुरस्कार (सर्वश्रेष्ठ हास्य अभिनेता) जीता था।

बतौर निर्देशक पहली फिल्म ‘रूप की रानी चोरों का राजा’ थी

बॉलीवुड में अपना ब्रेक पाने से पहले उन्होंने थिएटर में काम किया था। थिएटर अभिनेता के रूप में उनकी सबसे प्रसिद्ध भूमिका हिंदी के नाटक ‘सेल्समैन रामलाल’ में की थी। बतौर निर्देशक उनकी पहली फिल्म ‘रूप की रानी चोरों का राजा’ (1993) थी, जिसमें श्रीदेवी मुख्य भूमिका में थीं। निर्देशक के रूप में उनकी पहली हिट फिल्म ‘हम आपके दिल में रहते हैं’ थी, जो 1999 में रिलीज हुई थी। 2005 में, कौशिक ने अर्जुन रामपाल, अमीषा पटेल और जायद खान अभिनीत फिल्म वादा का निर्देशन किया था। 2007 में कौशिक ने अनुपम खेर के साथ मिलकर करोल बाग प्रोडक्शंस नामक एक नई फिल्म कंपनी शुरू की। इस बैनर तले उनकी पहली फिल्म तेरे संग थी, जिसका निर्देशन सतीश कौशिक ने किया था।

सतीश कौशिक की स्कूली पढ़ाई दिल्ली में हुई थी। किरोड़ीमल कॉलेज से ग्रेजुएशन के बाद उन्होंने नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा (NSD) में एडमिशन लिया था। उन्होंने 1983 में बॉलीवुड में कदम रखा। 1985 में उन्होंने शशि कौशिक से शादी की। लेकिन शादी के बाद उनके जीवन में दुख का पहाड़ टूटा. उनके बेटे का दो साल की उम्र में निधन हो गया था.