हिमाचल: लो जी अब पशुओं का भी बनेगा अपना आधार कार्ड

ख़बरें अभी तक। अब इंसानों के आधार कार्ड की तर्ज पर ही अब पशुओं का भी एक अनोखा 12 अंकों का कोड वाला पशु पहचान कार्ड बनाया जायेगा। इससे पशु का प्रजनन पोषण और स्वास्थ्य संबधी डाटा आनलाईन प्राप्त हो सकेगा। राष्ट्रीय डेयरी बोर्ड द्वारा चलाई जा रही इस योजना के तहत कार्यक्रम को चलाया जा रहा है। बिलासपुर जिला में इस योजना की शुरूआत घुमारवीं उपमंडल के बरोटा गांव से कर दी गई है।

बिलासपुर जिला के बरोटा से कार्यकम की शुरूआत

विभाग इस कार्यक्रम के तहत गर्भाधान किये जाने वाले पशुओं का रजिस्ट्रेशन करके डाटाबेस तैयार कर रहा है। योजना के तहत केवल गाय और भैंस ही अभी इसमें शामिल किये गये हैं। वहीं इस योजना से भविष्य में जहां आवारा पशुओं की समस्या से भी निजात मिल सकेगी वहीं इससे पशुपालकों को भी मिलने वाली सरकारी सुविधायें सीधे तौर पर मिल पायेगीं।

भविष्य में आवारा पशुओं की समस्या से भी मिल पायेगी निजात

वहीं, विभाग के सहायक परियोजना अधिकारी ने बताया कि बिलासपुर जिला में इस कार्यक्रम को शुरू कर दिया गया है और जिला भर के पशु चिकित्सालयों में डाटाबेस तैयार करने के निर्देष जारी किये गये हैं। सरकार को इस कार्यक्रम से आने वाले समय में आवारा पषुओं की समस्या से भी समाधान मिलने वाला है।