उन्नाव रेप मामला: सुप्रीम कोर्ट का आदेश पीड़िता को एयरलिफ्ट कर लाया जाए दिल्ली

ख़बरें अभी तक। सुप्रीम कोर्ट ने उन्नाव रेप मामले की पीड़िता को इलाज के लिए एयरलिफ्ट कर दिल्ली लाने की अनुमति दे दी है. सुप्रीम कोर्ट ने आज अपने आदेश में कहा कि अगर डॉक्टरों को लगता है कि पीड़िता को एयरलिफ्ट कर दिल्ली लाया जा सकता है तो वह इसमें देरी न करें.

बता दें कि उन्नाव रेप पीड़िता रायबरेली में हुई एक सड़क दुर्घटना में गभीर रूप से घायल हो गई थी. सुप्रीम कोर्ट ने पीड़िता के साथ घायल हुए वकील को भी साथ लाए जाने की बात कही है. इस मामले की अगली सुनवाई अब शुक्रवार को होगी. उन्नाव रेप पीड़िता की मां की चिट्ठी पर सुनवाई के बाद सुप्रीम कोर्ट ने आरोपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर चल रहे सभी पांच मामलों को दिल्ली ट्रांसफर करने का आदेश दिया था.

उधर, सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद सोमवार से दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट में आरोपी विधायक कुलदीप सेंगर के खिलाफ सुनवाई भी शुरु हो गई है . रविवार देर शाम कुलदीप सेंगर और उसके साथी शशि सिंह को यूपी के सीतापुर जेल से दिल्ली भेजा गया. ऐसी भी खबरें आ रही हैं कि कुलदीप सेंगर को तिहाड़ जेल में रखा जाएगा. इस बीच रेप पीड़िता की कार को टक्कर मारने वाले ट्रक के ड्राइवर ने सीबीआई से कहा कि भारी बारिश के कारण 28 जुलाई को ट्रक फिसल गया, जिसके कारण दुर्घटना हुई.

वही दूसरी तरफ़ ट्रामा सेंटर में वेंटिलेटर पर भर्ती उन्नाव रेप पीड़िता की हालत में सुधार आया है। सोमवार को पीड़िता ने आंखें खोली। डॉक्टरों ने इशारे से  पीड़िता  से बात करने की कोशिश की.

बीती 28 तारीख से उन्नाव रेप पीड़िता का ट्रामा सेंटर में इलाज चल रहा है. ट्रामा के तीसरे तल पर वेंटिलेटर यूनिट में पीड़िता व उनके वकील भर्ती हैं. केजीएमयू प्रवक्ता डॉ. संदीप तिवारी ने बताया कि सोमवार को पीड़िता की तबीयत में सुधार देखने को मिला है. पीड़िता ने आंखें खोली। डॉक्टरों की टीम में पीड़िता इशारों में बात की. डॉक्टरों का दावा है कि पीड़िता ने आंखों के इशारों को समझा. डॉक्टर संदीप तिवारी ने बताया कि पीड़िता को बुखार आने की प्रवृत्ति में भी कमी देखी गई है. डॉक्टर संदीप तिवारी ने बताया कि निमोनिया और बुखार का प्रकोप कम हुआ है. पर ब्लड प्रेशर अनियंत्रित है। जिस पर दवाओं से काबू पाया जा रहा है. उन्होंने बताया कि अभी पीड़िता का वेंटिलेटर से कुछ समय के लिए हटाने की प्रक्रिया की जा रही है. उधर, वकील को वेंटिलेटर से हटा दिया गया पर वह अभी भी कोमा में हैं.

केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने उन्नाव रेप पीड़िता की कार दुर्घटना के मामले की जांच शुरू कर दी है। सीबीआई ने टक्कर मारने वाले ट्रक के चालक आशीष पाल से पूछताछ की। ट्रक चालक ने बयान देकर कहा है कि भारी बारिश के कारण 28 जुलाई को ट्रक फिसल गया, जिसके कारण दुर्घटना हुई थी। बता दें कि जिस कार को इस ट्रक ने टक्‍कर मारी थी उसमें उन्‍नाव रेप पीड़िता, उसकी मौसी और चाची मौजूद थी। कार पीड़िता का वकील चला रहा है। दुर्घटना में पीड़िता की चाची और मौसी की मौत हो गई और पीड़िता एवं उसका वकील गंभीर रूप से घायल है।

सीबीआई की पूछताछ में आशीष पाल ने कहा कि घटना वाले दिन वह रायबरेली में रेत उतारने के बाद वापस आ रहा था, तभी उसने एक कार को उल्टी दिशा से आते हुए देखा। उसने कहा कि वह 50 से 55 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रक चला रहा था। ड्राइवर ने बताया कि मैंने ब्रेक मारने की कोशिश की, लेकिन ट्रक फिसल गया और उसका आगे का हिस्सा बाईं ओर मुड़ गया, जबकि उसका पीछे का हिस्सा दाहिनी ओर मुड़ गया और कार से जा टकराया।