हिमाचल: सचिवालय कर्मचारी नियुक्ति मामले में कांग्रेस ने सरकार पर लगाये नौकरी बेचने के आरोप

ख़बरें अभी तक। हिमाचल में क्लर्क भर्ती परीक्षा पर बवाल , सीएम जयराम ठाकुर ने कहा पूर्व सकरार ने किया नियमों में बदलाव, उसी का नतीजा है ये समस्या। सरकार लोगों से मिल रही शिकायतों और नारज़गी पर घम्भीर। आगामी कैबिनेट बैठक में इस विषय पर की जाएगी चर्चा। हिमाचल के पढ़े लिखें बेरोजगारों की चिंता से सरकार भी अवगत।

नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने सरकार पर लगाये थे हिमाचली लोगों के हितों को बाहरी लोगों को बेचने के आरोप ! इससे पहले हिमाचल प्रदेश राज्य सचिवालय कर्मचारी संघ भी कर चूका है। सचिवालय में बाहरी प्रदेश से रहने वाले 16 क्लर्कों की नियुक्ति का विरोध।

हिमाचल प्रदेश सचिवालय में लिपिकों की भर्ती प्रक्रिया में 155 क्लर्कों में 16 क्लर्क बिहार, झारखण्ड, हरियाणा और दिल्ली सहित बाहरी राज्यों से नियुक्ति पर  सियासत गर्माने लगी है। कांग्रेस ने सरकार पर 9 लाख से जयादा पढ़े लिखे बेरोजगारों की फ़ौज के बाद भी गैर हिमाचलियों को सरकारी नौकरी बाँटने के आरोप लगाये है। नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने इन नियुक्तियों की आड़ में सरकार पर हमला बोलते हुए प्रदेश के हितों को बाहरी लोगों के पास गिरवी रखने के गंभीर आरोप लगाये है।

हिमाचल में तृतीय श्रेणी कर्मचारी भर्ती में प्रदेश से बाहरी राज्यों के लोगों के चयन और नियुक्ति पर बवाल अब सचिवालय से निकल कर अब सियासी गलियारों में गूंजना शुरू हो गया है ! प्रदेश कांग्रेस विधायक दल ने सचिवालय में बाहरी लोगों की नियुक्ति का मामला हथिया हाथ लिया है और इसे लेकर जयराम सरकार प्र ज़ोरदार हमला बोला है ! नेता प्रतिपक्ष ने मुख्यमंत्री पर हिमाचली हितों  को इन्वेस्टर्स मीट के बहाने बाहरी लोगों और बिल्डरों के हाथों बेचनी की साजिश बताया है ! मुकेश ने इसे हिमाचली लोगों के खिलाफ सरकार की रणनीति बताया। मुकेश ने कहा की  सरकार अब हिमाचल से बहार अपने आकाओं को खुश करने के लिए  प्रदेश स्तर की नियुक्तियों में बाहरी लोगों को संरक्षण देने पर तुली हुई है जिसका कांग्रेस लोगों के साथ मिलकर विओर्ध करेगी।

सचिवालय कर्मचारी संगठन ने किया लिपिकों की नियुक्ति में बाहरी प्रदेशों के लोगों के चयन का पहले ही विरोध कर रही है , संघ का आरोप है कि प्रदेश में पहले से ही पढ़े लिखे बेरोजगारों की फौज लगातार बढती जा रही है लेकिन अब तृतीय श्रेणी में इस तरह से अपने बेरोजगारों का गला घोंटकर बेगानों को रोज़गार देकर अपनों के साथ नाईंसाफी की जा रही है।

पढ़े लिखे बेरीज़गारों की फौज से झेल रहे हिमाचल में नौकरी को लेकर  बवाल बढ़ता दिखें लगा है ! बा कर्मचारियों के साथ कांग्रेस ने भी सरकार पर हमला बोला है ! विबाद कि वजह बन रहा है सचिवालय में हाल ही हुई क्लर्कों की भर्तियां  जिसमे 16 नियुक्तियां प्रदेश से बाहर के लोगों की हुई है। सचिवालय में बाहरी राज्यों से नियुक्त लिपिकों में बिहार के सात लिपिकों के अलावा झारखंड से एक, दिल्ली से चार, चंडीगढ़ से दो और हरियाणा से एक लिपिक नियुक्त हुआ है।

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने हालाँकि सफाई देते हुए इस मुद्दे प्र कांग्रेस को हि कटघरे में कहदा कर दिया और नियुक्तियों में पहले से हि चल रहे नियमों और प्रावधानों में २०१७ में संशोधन कर हिमाचल से बाहर ले लोगों के लिए नौक्रियीं का रास्ता खोलने का ज़िम्मेदार बताया ! सीएम ने कहा कि सरकार इस विषय को लेकर गम्भीर है और आगामी कैबिनेट बैठक में इस पर कोई ठोस निर्णय लेने की बात कही।

प्रदेश सचिवालय कर्मचारी सेवाएं संघ ने आज दोपहर को सचिवालय परिसर में एक गेट मीटिंग के ज़रिए इस पर खुले तौर पर विरोध की बात कही और और हर मंच ओर इस मसले को उठाने का दावा किया हैं । संघ के अध्यक्ष संजीव शर्मा ने कहा कि सचिवालय में तैनात होने वाले 155 नए लिपिकों में 16 बाहरी राज्यों से संबंधित हैं। यह पहली बार हो रहा है कि सचिवालय में बाहरी राज्यों के लिपिकों की नियुक्ति की गई है।हम इस विषय को गम्भीरता से ले रहे है और इस बारे सीएम को भी अवगत कर दिया है। जल्द ही इस पर बड़ा विरोध शुरू हो सकता है। कर्मचारी नेता ने इसे हिमाचल के बेरोजगारों के हितों से खिलवाड़ बताया और भविष्य में बाहरी राज्यों के लोगों को हिमाचल में नौकरी न दी जाए इसे लेकर सीएम से ये मसाला उठाया जाएगा।

सचिवालय में बाहरी राज्यों से नियुक्त लिपिकों में बिहार के सात झारखंड से एक, दिल्ली से चार, चंडीगढ़ से दो और हरियाणा से एक लिपिक नियुक्त हुआ है। जबकि बाकी लिपिकों की नियुक्तियां हिमाचल से हुई हैं।