सिर्फ मसाला नहीं औषधी भी है काली मिर्च

ख़बरें अभी तक।  काली मिर्च औषधीय गुणों वाला मसाला है। किंग ऑफ स्पाइस नाम से प्रचलित काली मिर्च गर्म मसालों में प्रमुख है। काली मिर्च हमारे खाने का स्वाद ही नहीं बढ़ाती बल्कि कई बिमारियों जैसे त्वचा से जुड़ी समस्याओं से लेकर पेट से जुड़ी बिमारियों के इलाज में भी सहायक साबित होती है।

तो जानें काली मिर्च के औषधीय फायदे

सर्दी खांसी होने पर चाय बनाते समय आठ-दस काली मिर्च के साथ दस-पंद्रह तुलसी केे पत्तों को उसमें डालकर पीनें से आराम मिलता है। खांसी में आराम के लिए सौ ग्राम गुड़ पिघला कर उसमें बीस ग्राम काली मिर्च का पाउडर मिलाएं। थोड़ा ठंडा होने के बाद उसकी छोटी-छोटी गोलियां बना ले, दो-दो गोलियों का सेवन खाने के बाद करें खांसी से राहत मिलेगी। सूखी खांसी से आराम पाने के लिए दो चम्मच दही तथा एक चम्मच चीनी और छह ग्राम पीसी काली मिर्च को चाटने से राहत मिलेगी। जुकाम के कारण बनने वाले कफ से आराम पाने के लिए एक चम्मच शहद में दो-तीन पिसी हुई काली मिर्च में एक चुटकी भर हल्दी मिलाकर खाने से राहत मिलती है।

दस ग्राम सोंठ, काली मिर्च पिसी इलायची और मिश्री को पीस कर चूर्ण बना लें। इसमें बीज निकले हुये मुनक्का और तुलसी के दस पत्ते पीसकर डालें और सही तरह से मिला लें। इस मिश्रण की गोलियां बनाकर सुखा लें। इसे नाक में एलर्जी होने पर सुबह शाम दो-दो गोलियां गर्म पानी के साथ लें। नाक से बहता खून बंद करने के लिए पिसी काली मिर्च पुराने गुड़ के साथ खाएं। बैठे गले को ठीक करने के लिए सात काली मिर्च और सात बताशे रात को सोने से पहले चबाकर खाएं। अगर बुखार है तो तुलसी, काली मिर्च और गिलेय का काढ़ा पीना फायदेमंद होता है।