‘मन की बात’ सावन माह में चारों ओर एक नई ऊर्जा का संचार होने लगता है: PM

ख़बरें अभी तक। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज (रविवार) रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के जरिए देशवासियों को संबोधित किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जल संरक्षण से लेकर कश्मीर तक कई मुद्दों पर बात की। पीएम मोदी ने कहा कि मेरे कहने से पहले भी जल संरक्षण आपके दिल को छूने वाला विषय था, सामान्य मानवी की पसंदीदा विषय था। मैं अनुभव कर रहा हूं कि पानी के विषय ने इन दिनों हिन्दुस्तान के दिलों को झकझोर दिया है। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने अमरनाथ यात्रा, चंद्रयान 2 की लॉन्चिंग, विज्ञान के प्रति बच्चों की रुचि बढ़ाने के लिए क्विज कॉम्पीटिशन समेत कई विषयों का जिक्र किया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमरनाथ यात्रा की सफलता के लिए जम्मू-कश्मीर के लोगों की प्रशंसा करते हुए कहा कि कश्मीर के लोग अमरनाथ यात्रियों की सेवा और मदद करते हैं। इस बार अमरनाथ यात्रा में पिछले चार सालों में सबसे ज्यादा श्रद्धालु शामिल हुए हैं। पीएम मोदी ने कहा कि जो लोग अमरनाथ यात्रा से लौटकर आते हैं, वह जम्मू-कश्मीर के लोगों की गर्मजोशी और अपनेपन की भावना के कायल हो जाते हैं। वहीं उत्तराखंड में भी चार धाम की यात्रा के लिए रिकॉर्ड श्रद्धालु पहुंचे हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के विद्यार्थियों के लिए दिलचस्प प्रतियोगिता के बारे में जानकारी दी। पीएम मोदी ने कहा कि क्विज कॉम्पीटिशन के जरिए सबसे ज्यादा नंबर पाने वाले बच्चों को 7 सितंबर को श्रीहरिकोटा ले जाया जाएगा और चंद्रयान 2 की लैडिंग देखने का मौका मिलेगा। पीएम मोदी ने कहा कि क्विज कॉम्पीटिशन के जरिए श्रीहरिकोटा जाने का जो अवसर मिलने वाला है, इसको किसी भी हालत में जाने मत देना। पीएम मोदी ने कहा कि माइगॉव ऐप पर 1 अगस्त को क्विज की जानकारी दी जाएगी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के चैम्पियनों को बधाई देते हुए कहा, हमारे देश के दस चैम्पियन्स ने टूर्नामेंट में मैडल जीते। इनमें से कुछ खिलाड़ियों ने तो एक से ज्यादा खेलों में मैडल जीते। पीएम मोदी ने कहा कि यह देश के लिए गर्व की बात है और हमारे देश का सम्मान बढ़ा है। उत्तराखंड में भी चार धाम की यात्रा के लिए रिकॉर्ड श्रद्धालु पहुंचे हैं। बारिश, ताजगी और खुशी दोनों ही अपने साथ लाती है।

मेरी कामना है कि यह मानसून आप सबको लगातार खुशियों से भरता रहे। आप सभी स्वस्थ रहें। सावन माह में चारों ओर एक नई ऊर्जा का संचार होने लगता है। इस बार अमरनाथ यात्रा में पिछले चार वर्षों में सबसे ज्यादा श्रद्धालु शामिल हुए हैं। जो लोग भी यात्रा से लौटकर आते हैं, वे जम्मू-कश्मीर के लोगों की गर्मजोशी और अपनेपन की भावना के कायल हो जाते हैं।