शिमला के प्रतिबंधित मार्गों पर गाड़ियां रोकने को लेकर वकीलों में रोष, 25 जुलाई को नहीं देंगें सेवाएं

ख़बरें अभी तक: शिमला हिमाचल प्रदेश हाइकोर्ट द्वारा शिमला के प्रतिबंधित मार्गों पर गाड़ियां रोकने को लेकर विफ़रे वकीलों का रोष बढ़ता जा रहा है। नाराज़ वकीलों ने शिमला डीसी ऑफिस के बाहर प्रदर्शन किया और सरकार व कोर्ट के फ़ैसले के ख़िलाफ़ जमकर नारेबाज़ी की। विरोधस्वरूप वकीलों ने 25 जुलाई को प्रदेश भर की अदालतों में कामकाज ठप रखने का मन बनाया है। हिमाचल बार एसोसिएशन के सदस्य अजय शर्मा ने कहा कि वकीलों को कोर्ट के काम से कभी जिला अदालत तो कभी हाइकोर्ट से लेकर कई जगह जल्दी में जाना पड़ता है।लेकिन कोर्ट के आदेशों के बाद प्रतिबंधित मार्गों पर उनकी गाड़ियों को पुलिस द्वारा रोका जा रहा है जो उचित नहीं है। उन्होंने कहा की इन मार्गों पर वीआईपी व कुत्तों को गाड़ियों में  ले जाने की तो इजाज़त है। लेकिन काम से जाने वाले वकीलों को रोका जा रहा है। ये अंग्रेजी हकुमत जैसे फरमान है जो देश की आज़ादी के दशकों बाद भी चल रहे है। वकील अपने आंदोलन को तब तक जारी रखेंगे जब तक कि  वकीलों की गाड़ियों को प्रतिबंधित मार्गों पर  बहाल नहीं किया जाता है।