हिमाचल: डॉक्टर और नर्स के पद नहीं भरे तो होगा उग्र आंदोलन

ख़बरें अभी तक। जिला सिरमौर के कई इलाकों में इन दिनों सरकारी अस्पताल शोपीस नजर आ रहे हैं। अस्पताल में डॉक्टर और नर्स के पद खाली होने से लोगों की स्थिति खराब है। कई किलोमीटर दूर से महिलाएं अपना उपचार कराने के लिए पहुंचती है और सरकारी अस्पताल में सुविधाएं न मिलने के कारण उन्हें प्राइवेट अस्पताल में जाना पड़ता है।

अगर बात करें हम पोंटा साहिब की तो यहां पर लगभग 11 पद नर्सों के खाली है पूरा अस्पताल मात्र 4 नर्सों के भरोसे चल रहा है जबकि हजार से ऊपर दिन की ओपीडी है। ऑपरेशन रूम कई वर्षों से बंद है यही हाल शिलाई और रेणुका का है जहां पर मात्र दो डॉक्टरों के सहारे पूरा सरकारी अस्पताल चल रहा है ऐसे ही में क्षेत्र के गरीब लोगों के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।

जनवादी  महिला समिति प्रदेश अध्यक्ष संतोष कपूर ने बताया कि महिलाएं काफी समय से अस्पताल में उपचार करने के लिए खड़ी रहती है यही नहीं सरकारी अस्पताल में सुविधाएं ना मिलने से कई महिलाएं परेशान हो रही है। पहाड़ी क्षेत्र के सरकारी अस्पताल की तो हालत इतनी बदतर हो चुकी है कि अल्ट्रासाउंड कराने के लिए नहान जाना पड़ता है। एंबुलेंस की सुविधाएं नहीं मिल रही है सरकारी अस्पतालों में नर्सो की कमी अधिकतम पाई जा रही है।

अस्पताल की बिल्डिंग  चका चौक  बना दी गई है पर सुविधाओं का आभार यहां पर जीरो नजर आ रहा है। उन्होंने बताया कि अगर प्रदेश सरकार ने जल्द से जल्द कोई बड़ा संज्ञान नहीं लिया और यहां के पदों को नहीं भरा गया तो क्षेत्र की महिलाएं पूरे जिले में आक्रोश रैली निकालेगी और उसके बाद भी नहीं माना तो प्रदेश स्तर में भी विशाल रैली का आयोजन किया जाएगा।