स्कूल छोड़ चुके छात्रों का भुंतर स्कूल बना सहारा, स्कूल अध्यापकों ने चार गरीब बच्चों को लिया गोद

ख़बरें अभी तक। आर्थिक रूप से कमजोर या फिर अन्य किसी कारण से स्कूल छोड़ चुके चार बच्चों को अब जमा दो कक्षा तक निशुल्क रूप से पढ़ाया जाएगा। यह पहल राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला भुंतर के प्रधानाचार्य व यहां तैनात शिक्षकों ने की है। स्कूल के प्रधानाचार्य और उनके शिक्षकों ने तीन दिनों के भीतर चार ऐसे विद्यार्थियों को स्कूल में दाखिला करवाया है, जो किन्हीं कारणों से छठी, सातवीं व अन्य कक्षाओं से स्कूल छोड़ गए थे। शिक्षकों ने नगमा, नसरीना, उषा व लेखराज को गोद लिया है। अभी तक गोद लिए चार छात्र-छात्राओं को जमा दो तक पढ़ाने का जिम्मा भी स्कूल के शिक्षकों ने उठाया है।

वहीं स्कूल प्रशासन की ओर से उठाए गए इस कदम की हर तरफ खूब प्रशंसा हो रही है। हर बच्चे को शिक्षा का अधिकार दिया है। लेकिन अभी भी कई ऐसे बच्चे हैं, जो किन्हीं कारणों से पढ़ाई नहीं कर पा रहे हैं। स्कूल प्रिंसिपल ने कहा कि यह मुहिम आगे भी जारी रहेगी और वह स्वयं भी ऐसे बच्चों की क्षेत्र के गांव-गांव में जाकर तलाश कर रहे हैं। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला भुंतर के प्रधानाचार्य हेमराज शर्मा ने कहा कि उन्होंने जिन चार बच्चों को गोद लिया है, वे अनुसूचित जाति व मुस्लिम समुदाय से संबंधित हैं, जो किन्हीं कारणों से स्कूल नहीं आ पा रहे थे। ऐसे में उन्होंने स्वयं स्कूल के अध्यापकों के साथ जाकर इन बच्चें के माता-पिता से बात की और उन्हें समझाकर बच्चों को स्कूल भेजने का आग्रह किया। इस पर बच्चों के अभिभावकों ने भी अपनी हामी भरी है।

उन्होंने कहा कि वे ही इन बच्चों को जमा दो तक पढ़ाएंगे और पूरा खर्च उठाएंगे। कहा कि स्कूल में तैनात अर्थशास्त्र के प्रवक्ता मेहर चंद ठाकुर, इतिहास की प्रवक्ता अंजु हाजरी, राजनीति शास्त्र की प्रवक्ता विजय जम्वाल तथा एक बच्चे को स्वयं प्रधानाचार्य ने गोद लिया है। उन्होंने कहा कि स्कूल की यह पहल आगे भी जारी रहेगी। गौर रहे कि जिला प्रशासन की और से भी 1 सर्वे किया गया था। जिसमे जिला कुल्लू में 19 किशोरियां किन्ही कारणों के चलते शिक्षा ग्रहण नही कर पा रही थी। प्रशासन द्वारा भी  ऐसी किशोरियों को दोबारा स्कूल लाने के बारे में प्रयास किये जा रहे है

स्कूल के प्रिंसिपल हेमराज शर्मा का कहना है की किन्ही कारणों की वजह से ये बच्चे स्कूल छोड़ चुके थे लेकिन स्कूल के अध्यपकों ने इन बच्चो को फिरसे स्कूल लाया और पढ़ने के लिए प्रेरित किया स्कूल के अध्यपकों की इस कार्य के लिए स्कूल प्रिंसीपल ने उनका धन्यबाद किया और सरकार द्वारा चलाये गए सर्व शिक्षा अभियान को बल दिया

भुंतर स्कूल में अध्यापिका के पद पर तैनात विजया जम्वाल का कहना है की जितने भी ऐसे स्टूडेंट है जो किसी कारणवश स्कूल नहीं आ रहे है या स्कूल छोड़ चुके है उनको ढूंढ कर स्कूल लाया जाएगा और पढ़ने के लिए प्रेरित किया जाएगा  अगर किसी बच्चे ने पैसो की तंगी के चलते स्कूल छोड़ा है उन्हें हम पैसो की कमी नहीं आने देंगे और जहा तक ये बच्चे पढ़ना चाहते है उनकी पूरी मदद की जायेगी। अध्यापको द्वारा गोद ली गयी छात्रा नसरीना का कहना है की वो अब वापिस स्कूल आकर खुश है और अपनी आगे की पढाई जारी रखेगी और मन लगा कर पढ़ेगी

छात्र लेखराज का कहना है की एक साल पहले परिवार की कुछ परेशानी की वजह से वो स्कूल छोड़ चूका था लेकिन अब प्रिंसिपल साहिब ने उसको फिरसे स्कूल में दाखिला दिया है जिसके चलते  फिरसे अपनी पढाई जारी करेगा और आगे भी मन लगा कर पढ़ेगा