पांवटा साहिब में ओवरलोडिंग का खेल बदस्तूर जारी, प्रशासन ने साधी चुप्पी

ख़बरें अभी तक। पांवटा साहिब के आसपास चल रहे स्टोन क्रेशर और रेत बजरी के सप्लायर सरकार को हर रोज लाखों रुपए राजस्व का चूना लगा रहे हैं। यहां ओबर लोडिंग के जरिए हर दिन हजारों टन खनिज हिमाचल से उत्तराखंड पहुंचाया जा रहा है। करोडों के घालमाल के इस खैल का उत्तराखंड पुलिस की सख्ती के बाद पर्दाफाश हुआ। उत्तराखंड पुलिस ने जून माह में ऐसे 3 हजार वाहनों और जुलाई में अभी 3 हजार से अधिक चालान किए हैं।

ओवरलोड वाहनों के जरिए हिमाचल का हजारों टन रेत बजरी और क्रशर हर रोज उत्तराखंड पहुंचाया जा रहा है। इस गोरखधंधे रोकने के लिए हिमाचल का हर जिम्मेदार विभाग मौन है और रेत बजरी के उत्तराखण्ड के सप्लायर और के्रशर संचाल जमकर चांदी कूट रहे हैं। हैरानी की बात यह है कि दशकों से चल रहे काली कमाई के इस धंधे को रोकने की जहमत आज तक किसी ने नहीं उठाई। ओवरलोडिंग पर उत्तराखंड पुलिस ने सख्ती की तो  हैरान करने वाले खुलासे हुए हैं। उत्तराखंड में विगत दिनों ओवर ललोड ट्रक ने एक बच्ची को कुचल दिया था। जिसके बाद वहां सरकारी विभागों की नींद टूटी और सरपट दौडते ओवर लोड वाहनों पर पूर्ण प्रतिबंध की नीति बनी। उत्तराखंड के देहरादून जिले में जून माह में ओबरलोडिंग के लगभग 3 हजार मामलों में कार्यवाही हुई है जबकि जुलाई माह में अभी तक 3 हजार से अधिक मामलों में कार्रवाही हो चुकी है। जबकि हिमाचल में इन ओवर लोड वाहनों पर कार्रवाही का आंकडा सैंकडों में भी नहीं है।

बीते दिनों उत्तराखंड पुलिस द्वारा ओवरलोड वाहनों की धड़पकड़  के लिए अभियान के चलते सैंकडों ओवरलोडेड ट्रक पांवटा साहिब और आसपास के क्षेत्रों में खड़े हो गए थे। इन ट्रकों में निर्धारित भार के मुकाबले दोगुना खनिज लदा था। हैरानी की बात यह है कि ट्रकों में ओवरलोडिंग कर सरकार को टैक्स चोरी का यह खेल सालों से चल रहा है लेकिन  हिमाचल सरकार और उत्तराखंड सरकार ने कभी इसे रोकने का प्रयास नहीं किया। यह पहली बार है जब हिमाचल और उत्तराखंड सरकारों ने इस खेल को रोकने के लिए बड़े स्तर पर कार्रवाही की हैं। शहर में ट्रकों की लंबी कतारें देखकर सिरमौर जिला प्रशासन भी हरकत में आया और रात्रि में है पुलिस खनन विभाग, जीएसटी विभाग, आरटीओ आदि विभागों के संयुक्त टीम गठित कर उक्त ट्रकों के खिलाफ कार्यवाही की।