विश्व विख्यात शक्तिपीठ श्री नैना देवी में श्रावण अष्टमी मेला 1 अगस्त से शुरु

ख़बरें अभी तक। विश्व विख्यात शक्तिपीठ श्री नैना देवी में श्रावण अष्टमी नवरात्र मेला के दृष्टिगत मातृ आंचल यात्री निवास में जिला प्रशासन पुलिस की एक महत्वपूर्ण बैठक तैयारियों को लेकर आयोजित की गई। जिसमें जिला के सभी विभागों के अधिकारीयों ने भाग लिया और समीपवर्ती राज्य पंजाब से भी संबंधित विभागों के अधिकारीयों ने भाग लिया। विश्व विख्यात शक्तिपीठ श्री नैना देवी में श्रावण अष्टमी नवरात्र मेला के दृष्टिगत मातृ आंचल यात्री निवास में जिला प्रशासन पुलिस की एक महत्वपूर्ण बैठक तैयारियों को लेकर आयोजित की गई। जिसमें जिला के सभी विभागों के अधिकारियों ने भाग लिया।

इस बैठक में श्रद्धालुओं को श्रावण अष्टमी नवरात्रों के दौरान किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े और श्रद्धालुओं को इस तीर्थ स्थल पर व्यापक सुविधाएं प्राप्त हो इसको लेकर के यह बैठक आयोजित की गई।  इस बैठक की अध्यक्षता जिलाधीश बिलासपुर राजेश्वर गोयल ने की। श्रावण अष्टमी मेला 1 अगस्त से 10 अगस्त तक आयोजित किया जायेगा और यह मेला विश्व विख्यात शक्ति पीठ श्री नैना देवी जी का सबसे बड़ा मेला हैं। जिसमे पंजाब हरियाणा हिमाचल उत्तराखंड दिल्ली यूपी बिहार और राज्यस्थान व देश के कोने कोने से लाखों की संख्या में श्रद्धालु मां की पूजा अर्चना के लिए पहुंचेगें।

जिलाधीश बिलासपुर ने पत्रकारों को बताया कि इस बार मेला के दौरान दिव्यागों तथा बुजुर्गों के लिए घवांडल से मंदिर तक सुगम वाहन की व्यवस्था की जाएगी ताकि उन्हें माता श्री नैना देवी जी के दर्शन करने के लिए किसी भी प्रकार की कठिनाईयों का सामना न करना पड़े। इसके अतिरिक्त उन्होंने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि मेले के दौरान दुर्घटनाओं से बचने के लिए मेला क्षेत्र का निरिक्षण करना सुनिश्चित बनाएं और बसों तथा अन्य वाहनों में ओवरलोडिंग न हो इसलिए नियमित निरिक्षण करें। बस स्टैण्ड से माता के दरवार तक पैदल रास्तों में कम से कम 5 या 6 बैरियर सौ से 150 मीटर की दूरी पर स्थापित किए जाऐंगे, ताकि श्रद्धालुओं की भीड़ को रोका जा सके तथा भगदड़ से भी बचा जा सके।

उन्होंने कहा कि माता के दर्शनों के लिए आने वाले सभी श्रद्धालुओं को मंदिर परिसर की गतिविधियों अथवा अनुष्ठानों की जानकारियां उपलब्ध करवाने के लिए बस अडडे से मन्दिर परिसर तक पैदल चलने वाले रास्ते पर चयनित स्थलों पर स्क्रीनें स्थापित की जाएगी। उन्होंने कहा कि मेले के दौरान जेब कतरों व अन्य असामाजिक तत्वों पर नजर रखने के लिए सजग, सचेत और प्रशिक्षित सीसीटीवी विजीलैंस टीमें कार्य करेंगी। उन्होंने कहा कि इस कार्य में पुलिस विभाग के अधिकारी भी अपना आवश्यक सहयोग प्रदान करेंगे।

उन्होंने निर्देश दिए कि श्रावण अष्टमी मेले के दौरान मंदिर न्यास महिला व पुरूष होमगार्ड के एक-एक कर्मचारी, न्यास के एक पूर्व सैनिक तथा पुलिस विभाग की एक महिला व एक पुरूष कॉसटेबल पांच सदस्यों की एक टीम सीएचसी घवांडल में रखें ताकि किसी भी श्रद्धालु के बीमार होने की स्थिति में वे मरीजों के साथ आनन्दपुर साहिब तक जाएगी और रोगी को अस्पताल में दाखिल करवा कर वापिस आएगी।