अब अंतरिक्ष यात्री स्पेस स्टेशन में बना सकेंगे बिस्किट, पढ़िए कैसे

ख़बरें अभी तक। मनुष्य चांद पर तो पहुंच चुका है। और साथ ही मनुष्य ने चांद पर पानी की खोज भी कर ली है। वहीं अब नासा (National Aeronautics and Space Administration) ने अतंरिक्ष यात्रियों को फ्रेश खाना खिलाने की तैयारी कर ली है। अभी तक अंतरिक्ष स्टेशन का इस्तेमाल केवल वैज्ञानिक खोजों के लिए किया जाता रहा है। लेकिन अब अंतरिक्ष में नासा ने एक स्पेशल ओवन स्पेस स्टेशन पर भेज दिया है। बताया जा रहा है कि इस ओवन में अंतरिक्ष यात्री बिस्किट बनाएंगे।

बता दें कि इससे पहले अंतरिक्ष यात्री स्पेस में जाने से पहले डीहाइड्रेटेड या पका हुआ भोजन ले जाते थे। लेकिन अब वहीं फ्रेश बिस्किट बना सकेंगे और खा सकेंगे। उम्मीद जताई गई है कि इस साल के अंत तक स्पेस में अंतरिक्ष यात्री बिस्किट बना लेंगे। नासा के पूर्व अंतरिक्ष यात्री माइक मैसिमिनो ने जानकारी देते हुए कहा कि हम देखना चाहते हैं कि शून्य गुरुत्वाकर्षण में बिस्किट को बेक करने की प्रक्रिया कैसे काम करती है। इस ओवन को जीरो जी किचेन और डबलट्री बॉय हिल्टन कंपनी ने मिलकर तैयार किया है।

वहीं बता दें कि ये जो ओवन तैयार किया गया है यह एक बेलनाकार कंटेनर जैसा दिखाई देता है। इस डिजाइन को जानबूझकर ऐसा तैयार किया गया है, जिससे माइक्रोग्रेविटी में खाने की चीजों को सेकने में मदद मिल सके। अंतरिक्ष का वातावरण पृथ्वी जैसा बिल्कुल भी नहीं है। वहां पृथ्वी जैसा वातावरण नहीं है, वहां कृत्रिम वातावरण बनाया जाता है। यह जानना रोमांचक होगा कि माइक्रोग्रेविटी में बिस्किट कैसे बनाया जाएगा।

मैसिमिनो ने कहा कि इतिहास में ऐसा पहली बार होगा कि अंतरिक्ष यात्री स्पेस स्टेशन में बना बिस्किट खा सकेंगे। उन्होंने कहा कि अभी तो हमें इस बात की जानकारी नहीं है कि अंतरिक्ष में बिस्किट एक बार में ही बन जाएंगे या नहीं लेकिन इनकी खुशबू बेहद रोमांचक होगी। उन्होंने कहा कि अंतरिक्ष में बिस्किट बनाना केवल आनंद लेने के लिए ही नहीं है। हम देखना चाहते हैं कि माइक्रोग्रेवटी में ओवन कैसे काम करता है। बिस्किट को ओवन में सेकना, इसका आकार और स्वाद कैसा होगा? वैज्ञानिकों ने कहा कि पृथ्वी पर बन रहे बिस्किट और स्पेस में बने बिस्किट में कुछ फर्क जरूर होगा। यह धरती पर बने बिस्किट से ज्यादा गोलाकार भी हो सकता है।