दुष्यंत चौटाला ने सरकार से की मांग, पुलिस भर्ती में खिलाड़ियों का कोटा करे बहाल

जननायक जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व सांसद दुष्यंत चौटाला ने प्रदेश सरकार से मांग की है कि प्रदेश के खिलाड़ियों के भविष्य को देखते हुए सरकार को तुरंत प्रभाव संशोधन करते हुए खिलाड़ियों के पहले ही जारी तीन प्रतिशत भर्ती कोटे को बहाल करे। उन्होंने कहा कि मनोहर लाल खट्टर सरकार ने प्रदेश के खिलाड़ियों पर एक और चाबुक चलाते हुए पुलिस भर्ती में खिलाड़ियों के कोटे पर कैंची चला दी है। पुलिस भर्ती में खेल कोटे को समाप्त करने से प्रदेश के प्रतिभावान खिलाड़ियों के पुलिस वर्दी पहनने को सपने को न केवल चकनाचूर कर दिया है। साथ ही 200 से अधिक खिलाड़ियों को रोजगार से भी वंचित कर दिया है। दुष्यंत चौटाला वीरवार को नारनौंद हलके के गांवों में कई स्थानों पर सुख-दुख कार्यक्रम में शामिल हुए।

इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार ने पुलिस विभाग में विभिन्न पदों के लिए करीबन 7 हजार पदों पर भर्ती के लिए विज्ञापन जारी किया है। परन्तु पदों की विभिन्न श्रेणियों में कहीं भी खिलाड़ियों के लिए सीटें आरक्षित नहीं हैं। पहले पुलिस भर्ती के विभिन्न पदों पर तीन प्रतिशत पद खिलाड़ियों के लिए आरक्षित करने का प्रावधान था। मनोहर लाल खट्टर सरकार ने इस प्रावधान को समाप्त कर दिया है जिसका सीधा असर खिलाड़ियों को मिलने वाले रोजगार पर पड़ा है।

चौटाला ने कहा कि भाजपा सरकार ने हरियाणा के खिलाड़ियों को पूर्णत: उपेक्षित कर रखा है। कभी मनोहर सरकार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश के लिए पदक जीतने वाले खिलाड़ियों के घोषित नकद इनाम में कटौति कर देती तो कभी जूनियर खिलाड़ियों के प्रोत्साहन राशि बंद कर दी, तो कभी शिक्षण संस्थाओं में दाखिलों में खिलाड़ियों को दी जाने वाली अंकों की छूट को समाप्त कर दिया है।

उन्होंने कहा कि सरकार खिलाड़ियों के सम्मान समारोह को भी बार-बाद रद्द कर उन्हें अपमानित कर रही है। जेजेपी नेता ने कहा कि खिलाड़ियों के हर क्षेत्र में खट्टर सरकार अड़ंगा अटका रही है, उससे सरकार की खिलाड़ियों के प्रति दुर्भावना, पूर्वाग्रह और द्वेषपूर्ण मंशा जाहिर हो रही है। जोकि न तो प्रदेश के हित में है और न ही खिलाड़ियों के।