शूलिनी मेले में ठोडा खेल ने बांधा समां, विभिन्न मंडलो और विभागों ने लगाई प्रदर्शनी, किया लोगों को जागरूक

ख़बरें अभी तक। मां शूलिनी मेले के अंतिम दिन हजारों लोग मेले में पहुंचे। इस अवसर पर विभिन्न विभागों द्वारा कार्यक्रमों व योजनाओं से संबंधित प्रदर्शनी लगाई गई और नाबार्ड द्वारा प्रायोजित विभिन्न विकास खंडों से आए स्वयं सहायता समूहों ने अपने उत्पादों की बिक्री के लिए स्टाल लगाए।

सरकारी विभागों ने लगाई प्रदर्शनी

राज्य स्तरीय मां शूलिनी मेला में लगी विभिन्न सरकारी विभागों की प्रदर्शनियों लोगों को आकर्षण का केंद्र बन रही है। इन प्रदर्शनियों में आईटीआई के छात्रों द्वारा बनाए गए मॉडल, मुख्यमंत्री खेत संरक्षण योजना के तहत बने तार बाड़का मॉडल, डॉ. यशवंत सिंह परमार औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय हिमाचल प्रदेश स्टेट इलेक्टरसिटी बोर्ड व अन्य विभागों द्वारा कई प्रकार के मॉडलों बनाकर लोगों को विस्तार से जानकारी दी जा रही है।

स्वयं सहायता समूह व विभिन्न समूह द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी:-

राज्यस्तरीय शूलिनी मेले में सस्ता सामान और हाथ निर्मित घरेलू सामान खरीदने के लिए  है क्राफ्ट प्रदर्शनी भी लगाई गई ,जहां स्वयं सहायता समूह व विभिन्न समूह द्वारा महिलाओं ने घर में तैयार की घरेलू उपयोग की सामग्री को प्रदर्शनी लगा बेचा जा रहा है। खास बात तो यह है कि इन वस्तुओं का मूल्य भी अधिक नहीं है। ग्रामीण महिलाओं द्वारा बेग, आचार, हल्दी, औषधीय दवाइया, जुमर, आदि हाथों से तैयार वस्तुओं को क्राफ्ट प्रदर्शनी में लगाया गया।

ठोडा खेल में 4 टीमों ने लिया भाग

मेले के तीसरे दिन पारंपरिक ठोडा खेल ने लोगों का दिल जीत लिया। काफी संख्या में लोग इस खेल को देखने के लिए पहुंचे। सुबह के समय ठोडो मैदान में लोगों की संख्या कम थी लेकिन दोपहर होते-होते मेला स्थल सहित मालरोड पूरी तरह से भर गया। युवा सेवाएं एवं खेल विभाग द्वारा आयोजित ठोडा खेल का विधिवत रूप से पूजा-अर्चना कर उद्घाटन किया गया। करीब 2 घंटे तक चले इस खेल ने दर्शकों का खूब मनोरंजन किया।