ख़बरे अभी तक। भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाले मैच का इंतजार करोड़ों क्रिकेट फैन्स को होता है रविवार 16 जून यानि कल भारत बनाम पाकिस्तान के मुकाबल होने जा रहा है. यह मैच भारत और पाकिस्तान के फैन्स के लिए महज मैच नही है यह उनके लिए युद्ध जैसा होता है और इस युद्ध में हर बार फैन्स को जीत का ही तोहफा मिला है. दो बार की विश्व विजेता भारत ने अब तक विश्व कप में अपने चिर-प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान का छ: बार सामना किया है जिसमें हर बार भारत ने पाकिस्तान को मात दी है. जीत भले ही हर बार भारत की झोली में गई हो लेकिन दोनो टीमों के बीच मैच टक्कर का रहा है. यही उम्मीद आप कल के मैच में भी कर सकते है.
पिछले वर्ल्ड कप-2015 की बात करे तो इस विश्व कप में भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ 76 रनों से शानदार जीत दर्ज की थी. इस मुकाबले में भी भारत ने टॉस जीता और पहले बल्लेबाजी करते हुए ‘मैन ऑफ द मैच’ विराट कोहली के शतक के दम पर सात विकेट खोकर 300 रन बनाए. पाकिस्तान की टीम जवाब में 224 रनों पर सिमट गई. इस मैच में भारत की ओर से मोहम्मद समी ने चार विकेट लिए थे. यह भारत की पाकिस्तान के खिलाफ विश्व कप में छठी जीत थी.
2011-विश्व विजेता भारत का मुकाबला इस वर्ल्ड कप में पाकिस्तान से भीड़ा सेमीफाइनल में, जहां मेजबान भारत ने 29 रनों से जीत दर्ज की. मोहाली में भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए नौ विकेट खोकर 260 रन बनाए. पाकिस्तान की टीम जवाब में 231 रनों पर ही ढेर हो गई.इस मुकाबले में तेंदुलकर ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए 85 रनों की पारी खेली और ‘मैन ऑफ द मैच’ चुने गए. यह भारत की पाकिस्तान के खिलाफ विश्व कप में पाचवी जीत थी.
2003-वर्ल्ड कप में भारत सौरभ गांगुली की कप्तानी में फाइनल तक पहुंची थी लेकिन ऑस्ट्रेलिया से हार गई थी. लेकिन इस विश्व कप में भी भारत ने पाकिस्तान को भी छह विकेट से शिकस्त दी थी. पाकिस्तान ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए सईद अनवर के शतक की बदौलत सात विकेट खोकर 273 रन बनाए. भारत ने पाकिस्तान के गेंदबाजों को मुंहतोड़ जवाब देते हुए 45.4 ओवर में चार विकट खोकर लक्ष्य को हासिल कर लिए. ‘मैन ऑफ द मैच’ तेंदुलकर ने 98 रनों की अहम पारी खेली. यह भारत की पाकिस्तान के खिलाफ विश्व कप में चौथी जीत थी.
1999-वर्ल्ड कप में भारत का प्रदर्शन भले ही निराशाजनक रहा हो, लेकिन पाकिस्तान के खिलाफ उसने एक बार फिर दमदार प्रदर्शन करते हुए 47 रनों से जीत दर्ज की थी. भारत ने इस मैच में भी टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी की और छह विकट खोकर 227 रन बनाए.जवाब में पाकिस्तान की पूरी टीम महज 180 रनों पर सिमट गई.’मैन ऑफ द मैच’ रहे वेंकटेश प्रसाद जिन्होने धमाकेदार प्रदर्शन करते हुए पांच विकेट चटकाए थे. यह भारत की पाकिस्तान के खिलाफ विश्व कप में तीसरी जीत थी.
1996-वर्ल्ड कप में भारत और पाकिस्तान की टीमें बेंगलुरू के मैदान पर क्वार्टर फाइनल में भिड़ीं थी. इस बार भी भारतीय टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी की और ओपनर बल्लेबाज नवजोत सिंह सिद्धू के 93 रनों की बदौलत 287 रन बनाए. पाकिस्तान ने बेहतरीन शुरुआत की लेकिन अनिल कुंबले (3 विकेट) और वेंकटेश प्रसाद (3 विकेट) की गेंदबाजी के आगे पूरी टीम 248 रनों पर पवेलियन लौट गई. सिद्धू ‘मैन ऑफ द मैच’ बने. यह भारत की पाकिस्तान के खिलाफ विश्व कप में दुसरी जीत थी.
1991-वर्ल्ड कप में पाकिस्तान ने दमदार प्रदर्शन करते हुए पहली बार खिताब अपने नाम किया था लेकिन उससे भारत के खिलाफ 43 रनों से हार झेलनी पड़ी थी. सिडनी में हुए मैच में टॉस जीतकर भारत ने फिर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया था और सचिन तेंदुलकर के नाबाद 54 रनों की मदद से सात विकेट के नुकसान पर 216 रन बनाए. जवाब में पाकिस्तान की टीम 173 रनों पर ही सिमट गई थी.भारत की ओर से कपिल देव, मनोज प्रभाकर और जवागल श्रीनाथ ने दो-दो विकेट लिए थे. उस समय युवा तेंदुलकर को ‘मैन ऑफ द मैच’ चुना गया.यह भारत की पाकिस्तान के खिलाफ विश्व कप में पहली जीत थी.