ओल्ड एज होम में आंशु बहने को मजबूर बुजर्ग, घर से निकाले जाने के बाद भी नहीं बुजर्गों को राहत

ख़बरें अभी तक। बुजर्ग की पिटाई वाला वीडियो वायरल के बाद दोबारा मिडिया आश्रम पहुची तो  बुजर्गो ने आपबीती सुनाई। वृद्धाश्रम में बुजुर्गो ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। जिसमें उन्होंने बताया कि उन्हें न तो समय पर खाना मिलता है न ही उनकी कोई संभाल की जा रही है। उन्होंने बताया कि खाना बनाने वाले दोपहर तक आते हैं और शाम को भी बिना बताए खाना बना कर चले जाते हैं। कई बार उन्हें बासी खाना खाने पर मजबूर होना पड़ता है। जबकि कई बार उन्हें खाना मिलता ही नहीं।

इस पर जब रेड क्रॉस सोसाइटी के सेक्रेटरी गौरव आर करण से बात की गई तो उन्होंने बताया की ओल्ड ऐज होम उनके द्वारा रोटरी क्लब को  संचालन करने के लिए दिया गया है। बुजुर्ग महिला के साथ बतमीजी करने वाले  केयरटेकर वजीर को यहां से निकाल दिया गया है। इस बारे में रोटरी क्लब के प्रधान योगेंद्र से बातचीत की गई तो उनका कहना है कि जो भी घटना हुई वह काफी निंदनीय है। केयर टेकर को निकालने की तैयारी कर दी गयी है लेकिन  जब तक दूसरे केयर टेकर व्यवस्था न हो जाए तब तक केयर टेकर को यहीं पर रखा जाएगा।

इस प्रकरण में जब बुजुर्ग महिलाओं और पुरुषों से बात हुई तो उन्होंने रोते हुए अपनी मजबूरी भी बताई उन्होंने बताया कि अपने दुख से दुखी है। इसके बावजूद उन्हें यहां पर यातनाओं में जीना पड़ रहा है। वृद्ध आश्रम से निकाली गयी अंतो ने बताया कि वह तो पहले ही काफी दुखी थी। इसके बावजूद वृद्ध आश्रम वालों ने उसे काफी प्रताड़ित किया है। उसे न तो खाना दिया गया न पानी दिया गया अंतो  ने बताया की बृहस्पतिवार को जब लोग मीठा पानी पी रहे थे तो उसे पानी तक नहीं दिया गया और उसे घसीट कर केयर टेकर और एक महिला ने आश्रम से बाहर निकाल दिया इससे उसके घुटनों पर काफी चोटें आई हैं। महिला ने बताया कि 3 महीने पहले भी वह यहां रहने के लिए आई थी। उस समय भी उसके साथ दुर्व्यवहार हुआ था। बुजुर्ग महिला के आंसू उसके साथ बीती दर्द भरी दास्तां को बयां कर रहे थे।

इस संबंध में जब रेडक्रॉस के सेक्रेटरी गौरव से बात की गई तो उन्होंने बताया कि उन्हें मीडिया के माध्यम से ही इस बात का पता चला है कि बुजुर्गों को अभी तक खाना नहीं मिला है वे खुद वह जाकर पुरे मामले की जांच करेंगे और इसमें जो दोषी पाया जायगा उसपर कार्यवाही की जाएगी। इस समस्या समाधान कराया जाएगा।