फरीदाबाद पहुंची महिला आयोग की टीम, निलंबित कॉलेज अधिकारियों के खिलाफ महिला थाना में केस दर्ज

ख़बरें अभी तक। फरीदाबाद के राजकीय महिला महाविद्यालय में पास करवाने के नाम पर छात्राओं का शारीरिक शोषण करने के मामले में जांच के लिए आज महिला आयोग की टीम पहुंची। जिन्होंने पूरे मामले के बारे में कॉलेज प्रबंधन से बातचीत की और जानकारी ली। हरियाणा सरकार के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कल ही इस मामले में संज्ञान लेते हुए राजकीय महिला महाविद्यालय के एसोसिएट प्रोफेसर, लैब अटेंडेंट और चपरासी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया था। महिला आयोग के आदेश पर फरीदाबाद महिला थाने में अभिन्न तीनों के खिलाफ यौन शोषण की धाराओं के तहत मुकदमा भी दर्ज कर लिया गया है।

दरअसल कॉलेज की ही एक छात्रा ने यहां काम करने वाले 3 लोगों का पर्दाफाश कर बड़े मामले को उजागर किया था। जिसमें उक्त छात्रा ने बताया था कि परीक्षा में पास कराने के नाम पर कॉलेज का एसोसिएट प्रोफेसर लैब अटेंडेंट और चपरासी मिलकर उनके साथ यौन शोषण करते हैं और यह बात किसी को बताने पर उन्हें जान से मारने की धमकी भी देते हैं। महिला आयोग की टीम ने कॉलेज में पहुंचकर सभी पक्षों से बातचीत की और सारे घटनाक्रम के बारे में पता भी किया।

महिला आयोग की टीम का नेतृत्व कर रही सदस्य रेनू भाटिया की मानें तो महिला आयोग के संज्ञान में जब यह मामला आया तो बड़ा ही दुख हुआ, क्योंकि यह बहुत ही दुखद घटना है। भाटिया ने माना कि लंबे समय से कॉलेज में यह लोग इस तरह का गलत काम कर रहे थे। भाटिया की मानें तो यह बहुत ही दुखद घटना फरीदाबाद के राजकीय महिला महाविद्यालय में हुई है।

उन्होंने प्रिंसिपल के अलावा सभी लोगों से बातचीत की है इस मामले में और सारे मामले को समझा है। भाटिया की माने तो उन्हें यह भी पता चला है कि और भी छात्राओं के साथ इस तरह की घटना पीछे होती रही है जो अपनी समस्या को आज तक बता नहीं सकी। भाटिया की मानें तो इस मामले की मुख्य पीड़िता जिसके मार्फत से शिकायत पहुंची है और इस मामले का खुलासा हुआ है वे जल्द ही उस से मिलेंगे और इस मामले की कार्यवाही को आगे बढ़ाएंगे।