महज 12 यात्रियों को लेकर पाकिस्तान रवाना हुई समझौता एक्सप्रेस

ख़बरें अभी तक: जम्मू-कश्मीर में हुए आतंकी हमले और भारत की तरफ से की गई जवाबी कार्रवाही के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच लगातार तनाव का माहौल है। इसी बीच भारत-पाकिस्तान मित्रता को दर्शाने वाली समझौता एक्सप्रेस जो कुछ समय से बंद थी, बहाल कर दी गई। लेकिन ये ट्रेन सिर्फ 12 यात्रियों को लेकर पाकिस्तान के लिए रवाना हुई। सभी 12 यात्री पाकिस्तान के मूल निवासी थे।

रेलवे सुरक्ष बल के इंस्पेक्टर मनोज कुमार ने भी बताया कि सभी 12 यात्री पाकिस्तान के रहने वाले हैं। हमने सुरक्षा जांच को और अधिक सख्त किया है। हर यात्री के सामान को डॉग स्कवॉड ने भी चेक किया।  वायुसेना के जांबाज विंग कमांडर पायलट अभिनंदन की वतन वापसी के बाद रविवार को समझौता एक्सप्रेस दिल्ली से अटारी के लिए रवाना हुई है। इससे पहले भारतीय वायुसेना द्वारा की गई कार्रवाई के बाद पाकिस्तान ने अपनी ओर से ट्रेन सेवा रद कर दी थी। इसके बाद भारत ने भी 28 फरवरी को समझौता एक्सप्रेस ट्रेन का परिचालन रद कर दिया था।

1976 में हुई थी शुरुआत

22 जुलाई, 1976 को अटारी-लाहौर के बीच इस ट्रेन की शुरुआत की गई थी। समझौता एक्सप्रेस अटारी-वाघा के बीच केवल तीन किलोमीटर का सफर तय करती है। 1971 के युद्ध के बाद तत्कालीन भारतीय प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और उनके समकक्ष जुल्फिकार अली भुट्टो के बीच शिमला समझौता हुआ था। इसी के तहत भारत और पाकिस्तान के बीच रेल संपर्क बनाने पर हामी भरी गई थी। बता दें कि अटारी से लाहौर तक रेल मार्ग पहले से ही मौजूद था, इसलिए समझौता एक्सप्रेस को शुरू करने में कोई रुकावट नहीं आई थी।