उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में पश्चिमी विक्षोप फिर होगा सक्रिय, भारी बारिश के साथ ओलावृष्टि होने की संभावना

ख़बरें अभी तक।13 फरवरी की शाम से उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में पश्चिमी विक्षोप के सक्रिय होने की संभावना है।अनुमान है कि पंजाब, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के तराई क्षेत्रों और दिल्ली-एनसीआर में 13 फरवरी की शाम या रात में ही हल्की वर्षा शुरू हो जाएगी। 14 और 15 फरवरी को मौसम में परिवर्तन के चलते भारी बारिश होने की आंशका जताई जा रही है। समूचे पंजाब के साथ साथ हरियाणा के लगभग सभी क्षेत्रों, उत्तरी राजस्थान, दिल्ली, उत्तर-पश्चिमी मध्य प्रदेश और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सभी हिस्सों में बारिश होने के आसार हैं।

मौसम विशेषज्ञों का आकलन है कि इस बार बारिश और ओलावृष्टि की तीव्रता सबसे ज्यादा अमृतसर, गुरदासपुर, पठानकोट, होशियारपुर, कुरुक्षेत्र, यमुनानगर, अंबाला, करनाल,पंचकुला, चंडीगढ़, मुरादाबाद, सहारनपुर, बरेली और आसपास के भागों में देखने को मिलेगी।बारिश के कारण तमाम रबी फसलों को नुकसान होने की आशंका है, जो पहले ही 6-7 फरवरी की भारी बारिश और ओलावृष्टि से प्रभावित हुई हैं। कृषि मौसम विज्ञान विभाग हकृवि हिसार के अनुसार पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में गेहूँ की खड़ी फसल खेतों में गिर गई है। इसके अलावा सरसों और चारा वाली फसलें भी गिरी पड़ी हैं। माना जा रहा है कि 14-15 फरवरी को भी उत्तर भारत के कृषि प्रधान राज्यों में फसलों के लिए चुनौती बढ़ेगी। जलभराव और ओलावृष्टि के कारण आलू, मटर, गेहूँ और सरसों सहित अनेक फसलों को काफी नुकसान हो सकता है।