हिमाचल: स्वास्थ्य मंत्री ने तलब किया मेडिकल कॉलेज में दवाइयों की बिक्री का रिकॉर्ड

ख़बरें अभी तक।  स्वास्थ्य मंत्री विपिन सिंह परमार ने चंबा मेडिकल कॉलेज में दवाइयों की खरीद को लेकर गड़बड़ी की आशंका को देखते हुए पूरा रिकॉर्ड तलब किया है। इसको लेकर उन्होंने अस्पताल प्रबंधन से दवाइयों के बिलों समेत अन्य सभी दस्तावेजों को उनके कार्यालय में जमा करवाने के निर्देश दिए हैं। स्वास्थ्य मंत्री शुक्रवार को जब चंबा मेडिकल कॉलेज के दवाई भंडारण का निरीक्षण करने पहुंचे तो वहां पर उन्हें सरकारी बिलों के साथ प्राइवेट बिल देखे। इसको लेकर वह भड़क उठे।

उन्होंने कहा कि सरकारी अस्पताल में दवाइयों के प्राइवेट बिल क्यों रखे गए हैं। इसका मतलब है कि अस्पताल प्रबंधन निजी दुकानों से दवाइयों की खरीद की जा रही है। हालांकि मौके पर मौजूद कर्मचारी और अधिकारी ने स्वास्थ्य मंत्री को इन बिलों के बारे में जानकारी दी। मगर स्वास्थ्य मंत्री इससे संतुष्ट नहीं हुए। अस्पताल प्रबंधन से सरकार की ओर से दी जाने वाले सभी दवाइयों का रिकॉर्ड मांगा है। अगर दवाइयों के बिलों में किसी प्रकार की गड़बड़ी पाई गई तो अस्पताल प्रबंधन पर स्वास्थ्य मंत्री कार्रवाई कर सकते हैं। इसके बाद स्वास्थ्य मंत्री अस्पताल के रसोई घर में पहुंच गए।

यहां पर उन्होंने राशन समेत सफाई व्यवस्था का जायजा लिया। अस्पताल प्रबंधन को यह भी निर्देश दिए कि रसोईघर को लेकर जल्द ही टेंडर करवाए जाएं। इसके साथ ही मरीजों को दिए जाने वाले खाने की रोजाना गुणवत्ता जांची जाए। अगर किसी प्रकार की खामी खाने में नजर आती है, तो संबंधित ठेकेदार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें। जिससे मरीजों को स्वच्छ और गुणवत्ता वाला खाना मिल सके। रसोई घर के बाद स्वास्थ्य मंत्री ने प्रसूति कक्ष का निरीक्षण किया। यहां कार्यरत स्टाफ नर्सों से मरीजों को दी जाने वाली सुविधाओं का जायजा लिया। प्रसूति कक्ष के बाद स्वास्थ्य मंत्री ने दबिश वार्ड में दी। जहां पर भर्ती मरीजों से उन्होंने अस्पताल में मिलने वाली सुविधाओं जैसे दवाई और टेस्ट को लेकर फीड बैक ली। इससे पूर्व स्वास्थ्य मंत्री ने आपातकालीन कक्ष का दौरा किया। यहां पर इमरजेंसी में मिलने वाली दवाइयों का रिकॉर्ड जांचा। इसके साथ ही मरीजों से व्यवस्था के बारे में जानकारी ली।