किसके सिर सजेगा जींद का ताज, क्या है अब तक के चुनावी आंकड़े, जानिए

ख़बरें अभी तक। जींद उपचुनाव को लेकर चुनावी सरगर्मी तेज हो गई है. जहां जेजेपी की तरफ से दिग्विजय चौटाला को उम्मीदवार बनाया गया है वहीं कांग्रेस की तरफ से रणदीप सुरजेवाला को चुनावी मैदान में उतारा गया है.

वहीं भाजपा ने पूर्व मंत्री हरिचंद मिड्ढा के बेटे कृष्ण मिड्ढा को उम्मीदवार बनाया गया है. वही राजकुमार सैनी का पार्टी की तरफ से विनोद आसरी को उम्मीदवार बनाया गया है. उम्मीदवारों की घोषणा के बाद से जींद का रण बेहद मुश्किल होता जा रहा है. इस बार जहां भाजपा से कृष्ण मिड्ढा चुनाव लड़ेंगे वहीं इनके पिता इसी सीट से विधायक थे.

 

वहीं कांग्रेस के रणदीप सुरजेवाला इस समय कैथल से विधायक है. सुरजेवाला कांग्रेस के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी हैं. सुरजेवाला 6 बार विधानसभा का चुनाव लड़ चुक हैं. उन्होंने 1996 और 2005 चुनावों में तत्कालीन मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला को हराया. हुड्डा सरकार में 2005 से 2014 तक वो मंत्री रहे. सुरजेवाला हरियाणा के सबसे कम आयु के मंत्री रहे हैं. मार्च 2000 में भारतीय युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने वाले पहले हरियाणवी बने थे.

 

वहीं जेजेपी के उम्मीदवार की बात की जाए तो दिग्विजय चौटाला को बनाया गया है जो इनसो के राष्ट्रीय अध्यक्ष है. यूनिवर्सिटी में छात्रसंघ चुनावों को लेकर दिग्विजय काफी आंदोलन करते रहे है. वहीं बंसीलाल सरकार में छात्रसंघ चुनावों के बैन के बाद से हरियाणा में दुबारा छात्रसंघ को बहाल करने में काफी प्रयास किया है. इनेलो से निकाले जाने के बाद से सांसद दुष्यंत चौटाला औऱ अजय चौटाला नई पार्टी का गठन किया था. जिसके बाद से दुष्यंत चौटाला ने जेजेपी की तरफ से भाई दिग्विजय चौटाला को उम्मीदवार बनाया है. वहीं मुख्य विपक्षी पार्टी इनेलो की तरफ से अभी तक से अभी तक किसी भी उम्मीदवार की घोषणा नहीं की गई है.

बता दें कि जींद चुनाव को लेकर जातिगत आंकड़ो की बात की जाए तो इस सीट पर जाट वोट सबसे ज्यादा (31%)है. उसके बाद ब्राहम्ण (8-9%) फिर पंजाबी (9%) वोट है. वहीं हरियाणा बनने के बाद से 12 बार विधायक बने है जिसमें मांगे राम गुप्ता सबसे ज्यादा बार 4 बार के विधायक बने है. फिलहाल देखना होगा की इस बार का रण कौन जीतता है.

बता दें कि जींद में इनेलो के विधायक डॉ. हरिचंद मिड्ढा के निधन के बाद उपचुनाव हो रहा है, यहां पर नामांकन की आखिरी तारीख 10 जनवरी है वहीं 11 जनवरी को छंटनी होगी और 14 जनवरी को नामांकन वापस लिया जा सकता है, यहां पर 28 जनवरी को वोटिंग होगी और 31 जनवरी को मतगणना होगी।