हरियाणा: गुरुग्राम में स्वाईन फ्लू की दस्तक, स्वास्थ्य विभाग अलर्ट पर

ख़बरें अभी तक। गुरूग्राम में स्वाईन फ्लू के एक दर्जन संदिग्ध मरीजों के सामने आने से गुरूग्राम हेल्थ विभाग के हाथ पैर फूल गए हैं। मरीजों की संख्या अचानक हुए इजाफे को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने गुरूग्राम के अलग अलग अस्पतालों में कुल 65 वेंटिलेटर को स्वाईन फ्लू के मरीजों के लिए रिजर्व कर दिया हैं। तो वही गुरूग्राम के सरकारी अस्पताल में अगर से स्वाईन फ्लू के मरीजों के लिए आईसोलेशन वार्ड बनाया गया हैं।

वहीं गुरूग्राम में डेंगू के डंक के बाद अब स्वाईन फ्लू के मरीजों की संख्या में ईजाफा होने लगा हैं। जिसके बाद गुरूग्राम हेल्थ विभाग भी अलर्ट हो गया हैं। स्वास्थ्य विभाग की तरफ से जहां मरीजों और लोगों को जागरूकता का पाठ पढाया जा  रहा हैं तो वही स्कूली बच्चों के जरिए भी स्वाईन फ्लू से बचने के तरीखो के लिए एक टीम का गठन किया हैं। अभी तक गुरूग्राम में इस साल ठंड बढने के बाद 12 संदिग्ध केस सामने आ चूके हैं। ये सभी केस बी कैटेगिरी हैं,लेकिन ये केस सी कैटेगिरी में ना बढे इसके लिए इनका सही तरीखे से ईलाज हो इसके लिए गुरूग्राम के सरकारी अस्पताल में एक आईसोलेशन वार्ड बनाया हैं। जहां एक टेमीफ्लू की दवाईयों में इजाफे के साथ डाक्टो की एक्ट्ररा तैनाती की गई हैं। तो वही गुरूग्राम के प्राईवेट अस्पतालो में हेल्थ विभाग की तरफ से 65 वेंटिलेटर स्वाईन फ्लू के मरीजों के लिए रिजर्व किए हैं। ताकि स्वाईन फ्लू के केसों में इजाफा ना हो।

बता दें स्वाइन फ्लू आम बुखार की तरह ही होता है। गले में दर्द खांसी जुखाम सांस लेनी में तकलीफ थोड़े से एक दम तेज बुखार होना स्वाइन फ्लू के लक्षण है। वहीं विभाग का मनना है कि अभी तक स्वाइन फ्लू के गुरूग्राम में 12 केस सामने आ चूके हैं। गुरूग्राम हेल्थ विभाग ने लोगों से अपील की है कि बच्चों को स्कूल में मास्क लगा कर भेजे और भीड़ भाड़ वाले इलोकों में मास्क लगा कर जाये शरीर को कपडे से पूरा ढके और पानी को उबाल कर पिए अगर स्वाइन फ्लू के लक्षण दिखे तो तुंरत डाक्टर के पास जाये।

अभी डेंगू के बढ़ते मामलों अभी खत्म भी नही हुए थे कि स्वास्थ्य विभाग के सामने स्वाइन फ्लू ने अपनी दस्तक दे दी अब विभाग डेंगू से निपटने के साथ साथ स्वाईन फ्लू से निपटने के लिए पुख्ता इंतजाम करने में जुटा हैं।

वहीं स्वास्थ्य विभाग का ये भी कहना है कि लोग स्वाइन फ्लू के नाम से डरे नहीं ये आम बुखार की तरह है और इसमें सावधानी ही सबसे बड़ा बचाव है। वहीं लोग तेज बुखार आने के बाद तुरंत डॉक्टर से चैकअप करा जिससे इस समय पर बचाव किया जा सके है।