बिजली विभाग के निजीकरन को लेकर भारतीय किसान यूनियन भड़का

ख़बरें अभी तक। बिजली विभाग के निजीकरन को लेकर भारतीय किसान यूनियन भड़क गया है आज भारतीय किसान यूनियन के किसानों ने रूड़की स्थित बिजली विभाग के कार्यालय पर धरना प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा है कि बिजली विभाग का किसी भी हालत मे निजीकरन नहीं करने दिया जाएगा, इसके लिए हम किसी भी तरह की लड़ाई लड़ने के लिए तैयार है इससे पहले भी सरकार इस तरह का कदम उठाने की कोशिश कर चुकी है हमने पहले भी निजीकरन का विरोध किया था अब फिर से बिजली विभाग के निजीकरन की जानकारी मिल रही है।

जिसका विरोध करने के लिए हम आज बिजली विभाग के कार्यालय पर धरना दे रहे है उन्होंने कहा कि अगर सरकार हमारी मांगे नहीं मानती और बिजली विभाग का निजीकरन करती है तो हम चेतावनी देते हुए कहते है की अगर किसी भी निजी कंपनी का कोई व्यक्ति गांव मे पहुंचा तो उसके साथ जो कुछ अप्रिय घटना घटेगी उसका जिम्मेदार वो खुद ही होगा हम किसी भी निजी कंपनी के व्यक्ति को गांव मे नहीं घुसने देंगे

भारतीय किसान यूनियन के गढवाल मण्डल अध्यक्ष संजय चौधरी ने बताया कि इस सरकार ने सब कुछ चौपट कर दिया है हमने अपने खेतो मे बिजली के खंबे इसलिए नहीं लगवाए थे की उद्योगपति इनके मालिक हो जाए हम उन खम्बो को उखाड़ देंगे वो अपनी लाइन वहां से लेकर जा सकते है जिसको 24 घंटे बिजली चाहिए होगी वो ले लेगा

उन्होंने कहा कि इस सरकार ने सिर्फ रिश्तेदारों को लोन दिया है और उनका लोन माफ किया है इसके अलावा सरकार ने कुछ नहीं किया यह कहते है की भर्ष्टाचार कम हुआ है लेकिन कम होने की जगह भर्ष्टाचार बढ़ गया है सड़को में जो लोग पहले 15 प्रतिशत कमीशन लेते थे वो अब तीस प्रतिशत कमीशन ले रहे है कमीशनखोरी के चलते जितनी खराब सड़के उत्तराखंड में बनती है।

उतनी दुनिया के किसी भी कोने में नहीं बनती इतनी चोरी और लूट सरकार कर रही है की यहां कुछ नहीं बचा है सब कुछ खत्म कर दिया है अब अगर सरकार बिजली विभाग का निजीकरण करती है तो हम किसी को भी गाँव में घुसने नहीं देंगे हमने खम्बे सरकार को लगाने दिए थे किसी निजी कंपनी को नहीं हम ट्रैक्टर ट्रालियों के जरिये गांव का सभी रास्ते बंद कर देंगे।