ख़बरें अभी तक। संसद के शीतकालीन सत्र में पांच दिनों से कई मुद्दों पर चले आ रहे हंगामे से नाराज लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन को आखिर बोलना पड़ा. सुमित्रा महाजन ने कहा कि हम ‘स्कूली बच्चों से भी गए-गुजरे’ हो गए हैं.
सदन की कार्यवाही एक बार के स्थगन के बाद दोपहर 12 बजे शुरू होने पर भाजपा, कांग्रेस, अन्नाद्रमुक, तेदेपा सदस्य अपने अपने मुद्दों को लेकर शोर शराबा कर रहे थे. कांग्रेस, अन्नाद्रमुक, तेदेपा सदस्य अध्यक्ष के आसन के समीप आकर नारेबाजी कर रहे थे .
इस पर सुमित्रा ने कहा कि मैं समझ सकती हूं कि यह वर्तमान लोकसभा का आखिरी पूर्ण सत्र है और आप लोगों के अपने अपने मुद्दे हैं. संसद चर्चा के लिए है और सरकार चर्चा के लिए तैयार है. लेकिन शोरगुल सही तरीका नहीं है. उन्होंने कहा कि अगर आपके मुद्दे हैं तो मैं खुद सरकार से कहूंगी कि चर्चा कराई जाए.