हरियाणा: इंडियन नेशनल लोकदल में जारी जुबानी जंग

ख़बरें अभी तक। इंडियन नेशनल लोकदल में सियासी विरासत को लेकर हुए बिखराव के बाद पूर्व सांसद अजय सिंह चौटाला एवं उनके छोटे भाई व विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अभय सिंह चौटाला में जुबानी जंग थमने का नाम नहीं ले रही है। अजय सिंह की ओर से अभय चौटाला को दुर्योधन की संज्ञा देने एवं विधायक नैना चौटाला द्वारा उन्हें गुंडा कहे जाने के बाद आज अभय ने सिरसा में अजय सिंह को ‘पुत्रमोह में जकड़े होने का आरोप लगाते हुए यहां तक कह दिया कि ‘अजय चौटाला ने पार्टी में अपनी जिम्मेदारी का सही तरीके से निर्वहन ही नहीं किया।

अभय यही नहीं रूके, बल्कि यह भी कह डाला कि ‘अजय सिंह के नए सियासी दल का कुछ नहीं बनने वाला, बसपा का क्या कोई भी दूसरा दल इस नए दल से गठबंधन नहीं करेगा। यहां तक कि देर-सवेर पिता-पुत्रों को आकर चौटाला साहब से माफ़ी मांगनी पड़ेगी। आज यहां डबवाली रोड स्थित अपने आवास पर कार्यकर्ताओं से औपचारिक मुलाकात के दौरान पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।

अभय चौटाला बोले बसपा का गठबंधन तो इंडियन नेशनल लोकदल के साथ है। अजय सिंह चौटाला द्वारा नए राजनीतिक दल के संदर्भ में नेता प्रतिपक्ष अभय बोले ‘मुझे लगता नहीं जिस नए दल की प्रदेश में चर्चा है, वो किसी से गठबंधन कर पाएगा। आखिर उनको सौ प्रतिशत ओमप्रकाश चौटाला से माफ़ी मांगनी पड़ेगी। अभय ने कहा कि जिस पार्टी की नींव देवीलाल ने रखी और जिस पार्टी को ओमप्रकाश चौटाला ने अपने संघर्ष के बलबूते खड़ा किया, इस पार्टी में अजय सिंह का भी योगदान था।

लेकिन जो योगदान उनका पार्टी के प्रति होना चाहिए था, वो उन्होंने निभाया नहीं। अभय बोले अजय सिंह अपनी जिम्मेदारी को निभाने की बजाय पुत्रमोह में फंस गए। अभय ने कहा कि ये जो नया राजनीतिक दल बनाया जा रहा है, ये राजनीतिक दल नहीं है, ये तो पुत्रमोह दल है। अभय ने तर्क रखते हुए कहा कि अजय सिंह हों या नैना चौटाला हों उनके भाषण का केंद्र भी पुत्रमोह पर आधारित है।

उनके भाषण में कभी कांग्रेस या भाजपा की गलत नीतियों की आलोचना की बजाय पुत्रमोह में की झलक नजर आती है। अभय सिंह ने कहा कि आज ये लोग मुझे ‘गुंडा कहते हैं, दुर्योधन भी कहते हैं, जयचंद कहते हैं। पता नहीं किस-किस भाषा का प्रयोग किया जा रहा है। यह बड़ा प्रश्न बनता है कि अगर मैं इस तरह की प्रवृति का हूं तो पिर इतने समय तक ये मेरे साथ सियासत में कैसे रहें। इतने लम्बे समय तक मेरे से इन्होंने कैसे निभाई? इस सवाल का जवाब भी जनता को दें। अभय ने कहा कि इनका मकसद केवल लोगों को बरगलाना है जबकि इनेलो का मकसद है, भाजपा को सता से बाहर किया और कांग्रेस सता के नजदीक न आए।

हरियाणा के विभिन्न जिलों में इनेलो के पदाधिकारियों के त्यागपत्र के सिलसिले पर अभय चौटाला ने कहा कि हमारे किसी भी पदाधिकारी ने त्यागपत्र नहीं दिया है। जिनको पहले ही पार्टी से निकाल दिया था, जिनका पार्टी से कोई वास्ता नहीं था, उन लोगों का झुंड इकट्ठा करके दिखाया जाता है। हमारे पार्टी के सभी पदाधिकारियों की पूरी सूची नेट पर उपलब्ध है और सारे पदाधिकारी चंडीगढ़ की मीटिंग में थे। आज जो त्यागपत्र का नाटक चल रहा है, ऐसे लोग पार्टी को कमजोर करने में लगे थे और इन्हें पहले ही पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है।