इंडियन टेक्नॉमक कंपनी के 6 हजार करोड़ के घोटाले का मामला

ख़बरें अभी तक। इंडियन टेक्नॉमक कंपनी के 6 हजार करोड़ के घोटाले के सूत्रधार कपंनी के मालिक राकेश शर्मा को पकड़ कर भारत लाने के लिए इंटरपोल से संस्तुति की जाएगी। जबकि राकेश शर्मा सहित अन्य आरोपियों की देश में प्रॉपर्टी अटेच करने के लिए प्रवर्तन निदेशालय को लिखा गया है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने इस संबंध में कहा कि आरोपियों को पकड़ने के लिए हर स्तर पर जरूरी कार्रवाई की जा रही है।

इंडियन टेक्नॉमक घोटाले की रकम में ब्याज और पेनल्टी जोड़ कर घोटाला अब 6 हजार करोड़ से भी अधिक हो चुका है। महा घोटाले की साढ़े चार साल बाद जांच थोड़ी सी आगे बढ़ी। घोटाले में संलिप्त 9 आरोपी सीआईडी के शिकंजे में हैं, लेकिन घपले का सूत्रधार राकेश शर्मा और उसके मुख्य साथी अभी भी विदेशों में खुले घूम रहे हैं।

प्रदेश में नई सरकार बनने के बाद जांच में थोड़ी तेजी आई है। विदेश में कहीं छुपे बैठे मास्टरमाइंड कंपनी के मालिक राकेश शर्मा को भारत लाने के लिए इंटर पोल के जरिये लुकआउट नोटिस जारी किया गया। प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने इस सम्बंध में कहा कि मामला बेहद गंभीर है। इस मामले में अधिक कुछ नहीं कहा जा सकता। उन्होंने कहा कि जांच एजेंसियां अपना काम कर रही हैं।

दरअसल राकेश शर्मा और उसके साथियों ने 2008- 09 में अस्तित्व में आई कंपनी के उत्पाद पर 4 साल तक कोई टेक्स नहीं दिया। कंपनी ने टैक्स और पेनल्टी के रूप में सरकार का लगभग 22 सो करोड़ हड़प लिया। इसके अलावा कपंनी ने प्रोडक्शन के आधार पर 18 बैंकों से 16 सो करोड़ के लोन लिए। जाहिर है कि कर और कर्ज के इस माह घोटाले में कई सरकारी विभागों और बैकों के अधिकारियों के हाथ भी रंगे हैं।

हालांकि सीआईडी ने आवकारी एवम कराधान विभाग के पावटा ईटीओ को भी पिछले दिनों गिरफ्तार कर लिया है। जांच भी रफ्तार पकड़ी रही है और सीआईडी ने इंटरपोल के जरिये राकेश शर्मा और कुछ साथियों के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किए हैं। प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि विदेश में छुपे घोटाले से जुड़े लोगों के खिलाफ हर जरूरी कार्रवार् की जा रही है।