आयुष्मान योजना के बिस्तर लेटी महिला चली अपने पैरों पर

खबरें अभी तक। ललितपुर के इतिहास में जिला अस्पताल के डॉक्टरों द्वारा पहली बार 12 सालों से बिस्तर लेती एक महिला को चलने फिरने और बाहर की दुनिया अपने पैरों से घूमने का चमत्कारिक कार्य किया है। जिस महिला के परिजन झांसी मेडिकल से से लेकर देश के बड़े बड़े हॉस्पिटलों में जाकर मायूस होकर बापिस घर लौट आये है वही परिजन आज ललितपुर के डॉक्टरों की सराहना करते नही थक रहे है। लेकिन से सब शायद आयुष्मान भारत योजना के बगैर संभव नही था।

पूरा मामला ललितपुर के काशीराम आवास में रहने वाले एक गरीब मनोज कुमार की पत्नी सपना का है जो पिछले बारह सालों से गठिया रोग के चलते अपने दोनों कूल्हों को गवा चुकी थी और जिसके लिए विस्तर से उठना परिजनों के सहयोग से नामुमकिन था। परिजन पीड़ित सपना को लेकर देश के बड़े बड़े अस्पतालों में लेकर गए लेकिन आर्थिक स्थिति खराब होने के चलते उसका इलाज कराने में असमर्थ रहे।

हिम्मत हार चुकी सपना और उसके परिजन फिर एक बार जिला अस्पताल स्थित ट्रामा सेंटर पहुचे जहां डॉक्टरों ने सपना के परिजनों को आयुष्मान योजना में नाम देखने की सलाह दी। जैसे ही परिजनों ने डॉक्टरों को बताया कि उसका नाम आयुष्मान योजना में शामिल है तो डॉक्टरों ने भी ललितपुर जैसे कम ससाधन बाले अस्पताल में महिला के कूल्हे बदलने और उसके ऑपरेशन के का मन बनाया और सफलता भी हांसिल की।