गणेश महोत्सव के पावन पर्व पर अंबाला की धरती पर उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब

ख़बरें अभी तक। गणेश महोत्सव के पावन पर्व पर अंबाला की धरती पर श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ आया है। इस पावन पर्व पर लोग गणपति जी की मूर्तियों को अपने अपने घरों में स्थापित करके गणपति वंदन करेंगे। बाजारों से लेकर घरों तक गणपति बप्पा मोरया के नारे गूंज रहे हैं। ये पर्व अगले 10 दिनों तक चलेगा जिसके बाद गणपति जी की मूर्तियों का विसर्जन किया जाएगा।

गणेश महोत्सव के उपलक्ष्य में भगवान गणेश को अपने अपने घरों में स्थापित करने की भक्तों में खूब लालसा देखी जा रही। गणपति जी के भक्त अपने परिवारों के साथ पूरे विधिविधान से गणपति जी को अपने साथ ले जा रहे हैं। सुबह से ही मूर्तिकारों के पास गणपति जी की मूर्तियां खरीदने वालों का जमावड़ा लगा हुआ है। लोग ढोल नगाड़ों की थाप पर गणपति जी को भक्तजन अपने अपने आशियानों में लेकर जा रहे हैं। कोई इन मूर्तियों को अपने मोहल्लों में स्थापित कर रहा है तो कोई छोटे छोटे गणपति जी की मूर्तियों को अपने घर लेकर जा रहा है ताकि उन पर गणपति जी का आशीर्वाद हमेशा बना रहे। सेना के कई मंदिरों में भी भगवान गणेश जी की प्रतिमाओं को स्थापित किया जाएगा जिनका पूरे विधि विधान से विसर्जन होगा।

अभी गणेश चतुर्थी का महोत्सव लागभग 10 दिन और चलेगा। गणेश जी की मूर्तियों को स्थापित किए जाने के बाद पूरे विधिविधान से इनकी पूजा होगी जो विसर्जन पर्व तक चलेगी। धर्म के जानकार और जाने माने पंडित दीप लाल जयपुरी बताते हैं कि ये पर्व प्रथम वंदनीय गणपति जी का है जिनके पूजन से बहुत लाभ मिलता है और व्यक्ति की मनोकामनाएं पूरी होती हैं। भगवान गणेश को विघ्नहर्ता कहा गया है जिनके पूजन से मनुष्य के रास्ते मे आये हर कष्ट को भगवान गणेश खुद हर लेते हैं।