रायबरेली: एंबुलेंस के समय पर न पहुंचने पर मां बेटे ने तोड़ा दम

ख़बरें अभी तक। सरकार की सरकारी एम्बुलेंस 108 के घण्टों समय से न पहुंचना, समय पर स्ट्रेचर ना मिलने, डॉक्टरों के नदारत रहने पर सही समय पर इलाज न मिलने के कारण आग में झुलसे मां बेटे ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया यह सरकार की सरकारी व्यवस्थाओं पर एक बड़ा सवाल है फिलहाल यह कोई नई बात नहीं ऐसे आरोप रायबरेली जिला अस्पताल पर आए दिन लगते रहते है लेकिन प्रशासन लगातार अपनी चुप्पी साधे रहता है।

रायबरेली के मिल एरिया थाना क्षेत्र के अंतर्गत एक मकान में खाना बनाते समय स्टोव फटने से हड़कंप मच गया, शत प्रतिशत जलने के कारण मां बेटे की इलाज के दौरान मौत हो गयी, वहीं पति दोनों को बचाने में गंभीर रूप से झुलस गया। सभी को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वहीं पीड़ितों का यह भी आरोप है कि इस घटना के बाद एंबुलेंस को फोन करने पर 45 मिनट तक इंतजार करने के बाद सभी घायलों को एक प्राइवेट वाहन से जिला अस्पताल लाना पड़ा इसके बावजूद भी जिला अस्पताल में स्ट्रेचर ना मिलने व डॉक्टरों के नदारत रहने पर परिजनों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा और हंगामा भी किया तब जाकर पीड़ित को इलाज के लिए भर्ती किया गया जिसमे देर शाम मां व  3 वर्षीय मासूम बेटे की मौत हो गयी, इस घटना के बाद परिवार में कोहराम मच गया।

आपको बता दें कि मिलएरिया थाना क्षेत्र के अंतर्गत देवानंदपुर निवासी सुधीर की पत्नी मालती स्टोव में खाना बना रही थी खाना बनाते समय उनका 3 वर्षीय बेटा प्रिंस भी बगल में मौजूद था इसी बीच स्टोव में तकनीकी खराबी आने के कारण वह ब्लास्ट हो गया जिससे मां बेटा आग की लपटों में आ गए दोनों को बचाने के लिए पति भी आग में कूद पड़ा जिससे वह भी काफी झुलस गया इस घटना के बाद मोहल्ले में हड़कंप मच गया परिजनों द्वारा 108 एंबुलेंस को फोन किया गया.

लेकिन समय से एंबुलेंस न पहुंचने के कारण प्राइवेट वाहन से सभी को जिला अस्पताल लाया गया जहां स्टेचर ना मिलने के कारण फिर एक मुसीबत सामने आई परिजनों के हंगामे के बाद सभी को भर्ती कराया गया जहां सभी का इलाज किया गया लेकिन मां बेटे की इलाज के दौरान मौत हो गयी। इस मौत के बाद परिवार में कोहराम मचा है वही सरकार की सरकारी एम्बुलेंस का समय पर न पहुंचना एक बड़ा सवाल है सरकारी अस्पताल में इमरजेंसी में अक्सर डॉक्टरों का नदारद रहना और समय पर स्टेचर साथ मरीजो को मदद न मिलना भी सरकारी व्यवस्थाओ के लिए एक बड़ा सवाल है।