मुसीबतों की बाढ़ जारी, सैकड़ों लोग हुए बेघर

खबरें अभी तक। बारिश इन दिनों देशभर में कहर बनकर टूट रही है. लगातार आसमान से बरस रही आफत ने इंसानों के साथ-साथ जानवरों को भी परेशान करके रख दिया है. कुदरत की तरफ से पड़ रही मार में इंसान अब सरकार से मदद की आस लगाकर बैठा है और सरकार है कि कागजों में सब कुछ होने का दावा कर रही है. लेकिन जमीन पर कुछ भी नहीं।

जहां तक नजर जाएगी सिर्फ और सिर्फ पानी ही पानी नजर आएगा…तबाही का एक ऐसा सैलाब जिसने घर से लेकर फसल तक सब कुछ खत्म कर दिया है…इंसान घर छोड़ने को मजबूर है तो गांव के गांव खाली हो चुके हैं. पीड़ित लोगों की माने तो करीब 20 दिनों से हालात ऐसे ही हैं. लेकिन प्रशासन की तरफ से राहत के नाम पर एक ढेला तक नहीं मिला है. वहीं अधिकारी की माने तो गंगा नदी खतरे के निशान से करीब ढ़ेड फिट ऊपर बह रही हैं.

वहीं उनकी माने तो 24 बाढ़ चौकियां बनाई गई है. वहीं पांडु नदी में भी बाढ़ है. जिसकी वजह से इनके किराने बसने वाले करीब 2 दर्जन गांवों में बाढ़ का पानी भर चुका है. और स्थानियों की माने तो इस इलाके में गेंदे के साथ ही भिडीं, तरोई, लोबिया, परवल और धान की हजारो बीघा फसल जल मग्न हो गई है.

पूरे इलाके के हजारो लोग बाढ़ से परेशान हैं. और मलवा विकास खंड के जाड़े का पुरवा, आशापुर, अभयपुर, बेनी खेड़ा, बिदंकी फार्म, उत्तमपुर, बाड़ाखेड़, पल्टू का पुरवा समेत कई गांव के लोग बाढ़ से प्रभावित हैं. इन इलाकों में स्कूलों में पानी भर जाने की वजह से बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे हैं. और तो और कई गांवों से संपर्क पूरी तरह से कट चुकी है. लोगों खाने-पीने की चीजों तक के लिए मोहताज हैं. और जिम्मेदार सब कुछ दुरुरत होने की बात कर रहे हैं.