मेवात के अध्यापक बसरूद्दीन को मिलेगा राष्ट्रपति से अवार्ड

ख़बरें अभी तक। मेवात जिले के शिक्षक जगत के लिए अच्छी खबर है। शैक्षणिक एतबार से पिछड़े नूंह जिले के अध्यापक बसरूद्दीन को शिक्षक दिवस पर राष्ट्रपति से अवार्ड मिलेगा। आज शिक्षक दिवस के अवसर पर उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू के हाथों राष्ट्रीय शिक्षक अवार्ड बुधवार को दिया जायेगा। साईंस अध्यापक बसरूद्दीन को मिलने जा रहे इस अवार्ड से इलाके में भारी ख़ुशी देखी जा रही है। आज शिक्षक दिवस के अवसर पर जब बसरुद्दीन के स्कूल टपकन में हमारी टीम पहुंची और वहां पर पढ़ने वाले बच्चों से  अध्यापक बसरुद्दीन के बारे में बात की गई, तो उन्होंने बताया कि हमें आज काफी गर्व है। शिक्षक दिवस के अवसर पर हमारे स्कूल के अध्यापक को राष्ट्रपति द्वारा सम्मान मिला। जिसकी हमें काफी खुशी है, वहीं स्कूल के अध्यापकों का कहना है कि  यह हमारे स्कूल के लिए बहुत ही गर्व का दिन है। आज शिक्षक दिवस के अवसर पर भारत के उप राष्ट्रपति द्वारा उन्हें सम्मानित करेंगे

बता दें कि बसरुद्दीन मुस्लिम समाज के पहले शिक्षक हैं जिनको राष्ट्रीय स्तर पर यह सम्मान दिया जा रहा है, वहीं बसरुद्दीन का कहना है कि इससे बड़ा अध्यापक के लिए कोई सम्मान नहीं हो सकता, अध्यापक बसरुद्दीन शिक्षा के क्षेत्र में 16 दिसंबर 1993 में आए थे उनकी सबसे पहली पोस्टिंग पुनहाना खंड के गांव झारपुडी के मिडिल स्कूल में बतौर विज्ञान अध्यापक हुई थी। इसके बाद 5 सितंबर 1995 को राजकीय हाई स्कूल सिरौली में 13 जून 2013 तक  विज्ञान अध्यापक के तौर पर कार्यरत रहे।  उनकी और गांव वालों की मेहनत के चलते सिरौली के हाईस्कूल को वर्ष 1996 में वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय और वर्ष 2006 में जिले का पहला मॉडल संस्कृति स्कूल बनाया गया। फिलहाल 14 जून 2013 से अब तक नूंह खंड के टपकन हाई स्कूल में बतौर मौलिक विद्यालय मुख्य अध्यापक के तौर पर कार्यरत है।

वहीं शिक्षा विभाग की तरफ से सफी मोहमद और सद्दीक अहमद अध्यापकों के नाम सहित कुल तीन नाम भेजे गए थे। जिनमें से बसरूद्दीन के नाम पर मोहर लगी थी । साथ ही शिक्षा विभाग ने राष्ट्रीय स्तर पर भी तीन नाम प्रदेश से भेजे। बसरूद्दीन अपने साथी अध्यापकों पर भारी पड़े। बसरूद्दीन ने बातचीत में कहा कि तत्कालीन डीईओ दिनेश शास्त्री और डीईईओ अनूप सिंह जाखड़ के मार्गदर्शन से यह मुकाम हांसिल हुआ। बसरूद्दीन जहां गए , वहां एक अमिट छाप छोड़ी, जिसकी बदौलत उन्होंने राष्ट्रपति के हाथों अवार्ड तक का बड़ा सफर तय किया।

हरियाणा से राष्ट्रपति अवार्ड के लिए चयनित होने वाले वे इस बार अकेले अध्यापक हैं। बसरूद्दीन न केवल बेहतरीन टीचर हैं ,  बल्कि खेलों से लेकर स्कूल के माहौल को बेहतर बनाने में बसरूद्दीन की भूमिका को भुलाया नहीं जा सकता। साईंस विषय के अध्यापक बसरूद्दीन द्वारा पढ़ाये गए छात्रों को सरकारी नौकरी से लेकर हर क्षेत्र में कामयाबी मिली है। जिले के इतिहास में यह पहला अवसर होगा , जब किसी अध्यापक को राष्ट्रपति के हाथों से नवाजा जायेगा। खास बात तो यह है कि इस बार राष्ट्रपति अवार्ड पाने वाले 3 मुस्लिम अध्यापक शामिल हैं। नूंह जिले के बसरूद्दीन को पीएम नरेंद्र मोदी ने भी ट्वीट कर उसकी हौसला अफजाई की। बसरूद्दीन को पीएम नरेंद्र मोदी से भी मिलने के साथ – साथ केंद्रीय शिक्षा मंत्री प्रकाश जावड़ेकर से भी उन्होंने बातचीत की। इतना ही नहीं बसरूद्दीन को राज्य स्तरीय पुरस्कार भी आज राजभवन चंडीगढ़ जा रहा है। बसरूद्दीन अध्यापक के चंडीगढ़ में होने की वजह से उनका बेटा चंडीगढ़ सम्मान लेने पहुंचा। मेवात चारों तरफ ख़ुशी का आलम है।