हिमाचल: SMS कर घर बैठे पैसा बनाने के चक्कर में ठगे गए लोग

ख़बरें अभी तक। ऊना में SMS भेज पैसा बनाने का दावा करने वाली एक फर्म लोगों के करोड़ों रुपये लेकर चम्पत हो गई है। यह फर्म बड़ी-बड़ी कंपनियों के साथ समझौते का करती दावा करती थी। इस ठगी का शिकार होने वालों की संख्या करीब एक लाख है। एक अनुमान के मुताबिक इसमें करीब 50 करोड़ रुपए की ठगी होने की आशंका है। माना जा रहा है कि इस फर्म की करीब 70 हज़ार आईडी और 250 फ्रेंचाइजी थी। बहरहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर जाxच शुरू कर दी है और पहल के आधार पर फर्म के खाते सीज़ करने का दावा किया है।

हिमाचल प्रदेश के ऊना में SMS के ज़रिये मैसेज भेजने पर हर महीने प्रति आई.डी. 5000 रुपए देने का दम भरने वाली निजी फर्म के प्रतिनिधि अचानक ही लापता हो गए हैं। इसके बाद फर्म में करोड़ों रुपए झोंक देने वाली जनता का भी धैर्य जवाब दे गया। लोगों ने फर्म के ऊना-नंगल रोड स्थित कार्यालय पर धावा बोल दिया और जिसके हाथ जो लगा वह उठाकर ले गया। पंखे, लाइटें, ए.सी., कुर्सियां, मेज सहित अन्य सामान लोग उठाकर ले गए। फर्म के प्रतिनिधियों के कथित तौर पर गायब होने की सूचना अचानक ही मंगलवार सुबह जंगल की आग की तरह फैल गई.

जिसके बाद सैकड़ों की संख्या में लोग फर्म के दफ्तर के बाहर जमा हो गए। कई लोगों ने लोगों से उधार लेकर न केवल स्वयं सैकड़ों आई.डी. ली थीं बल्कि फ्रैंचाइजी लेकर अन्यों को भी आई.डी. दिलवाईं थीं। अब अपने लाखों रुपए डूबने पर लोग चिंतित घूम रहे हैं। एक महिला ने ऊना में रहते हुए गहने गिरवी रख कर अढाई लाख रुपए इन्वेस्ट किए थे। एक महिला ने खुद और लोगों को 1000 आई.डी. दिलवाते हुए लाखों रुपए इन्वेस्ट किए थे। लोगों की माने तो वो अब अपने आप को ठगा सा महसूस कर रहे है।

मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस और आबकारी विभाग की टीम भी जांच में जुट गई। कंपनी प्रतिनिधियों को न पाकर और उनके फोन ऑफ मिलने के बाद काफी संख्या में लोग सिटी पुलिस चौकी जा पहुंचे जहां पुलिस ने उनकी शिकायत लेकर आगामी जांच शुरू कर दी है। फिलहाल प्रारंभिक तौर पर पुलिस फर्म के बैंक अकाऊंट सीज करवाने में जुटी हुई है। उल्लेखनीय है कि इस फर्म को लेकर पुलिस ने एहतियातन जांच शुरू की थी और फर्म के प्रतिनिधियों सहित फर्म के दस्तावेज और क्रिमिनल रिकॉर्ड चैक किए जा रहे थे लेकिन इसी बीच मंगलवार को अचानक हंगामा हो गया और प्रतिनिधि गायब हो गए। कंपनी का टाहलीवाल स्थित दफ्तर भी लोगों को बंद मिला।

वहीं ऊना कार्यालय बंद कर फरार हुआ फर्म का निदेशक इस मामले में बड़े-बड़े दावे कर डिजिटल इंडिया के तहत यह सारा काम चलाने का दावा कर रहा था। फर्म का निदेशक होने का दावा करने वाला शख्स विजय कुमार इस पूरे काम बारे क्या कहता है आप भी सुनिए अब फ़िलहाल यह शख्स फरार है।