पीलीभीत पुलिस पर लगे संगीन आरोप, गुस्साये ग्रामीणों ने चक्का जाम कर किया प्रदर्शन

खबरें अभी तक। पीलीभीत पुलिस परRape victim की रिर्पोट दर्ज न करने और आरोपी से 50 हजार रूपये की रिश्वत लेकर आरोपी को थाने से छोड़ने का आरोप लगा है। बलात्कार पीड़िता के साथ सैकड़ों ग्रामीण महिला-पुरूषों ने हाथों में लाठी-डंडे लेकर रोड पर चक्का जाम कर प्रदर्शन कर दिया। सूचना पर बिसलपुर से भाजपा विधायक, सीओ बिसलपुर व एसडीएम के साथ प्रदर्शन स्थल पर पहुंचे और नाराज ग्रामीणों को समझाकर लोगों को हटाया। हंगामें के बाद आरोपी के खिलाफ रिर्पोट दर्ज करायी गयी है और कोतवाल के खिलाफ एसपी ने जांच के आदेश दिये हैं। आरोप पीलीभीत की कोतवाली दियूरिया पुलिस पर लगे हैं।

कोतवाली दियूरिया पुलिस पर संगीन आरोप लगे हैं कि पुलिस ने निजी लाभ के चलते बलात्कार पीड़िता को न्याय दिलाने के बजाये उसे थाने से भगा दिया। कई दिनों तक चक्कर काटने के बाद लोगों का गुस्सा भड़क गया और इन्होंने पुलिस के खिलाफ प्रदर्षन कर दिया। दरअसल कोतवाली दियूरिया के गांव परसंडी की रहने वाली एक महिला ने आरोप लगाया है कि पुलिस द्वारा उनके गांव का चौकीदार रामभजन नियुक्त है। दिनांक 21 अगस्त को चौकीदार रामभजन का पुत्र सुआलाल ने उसे जबरन पकड़ लिया और उसके साथ बलात्कार किया। पीड़िता ने पूरी घटना घर आकर पति को बताई तो वो लोग थाने रिपोर्ट लिखवाने गए। तो वहां मौजूद थानाध्यक्ष हरिशंकर वर्मा ने उनकी रिपोर्ट लिखने के बजाये उन्हे वहां से भगा दिया और सुआलाल को थाने बुलाकर 50 हजार रूपये ले लिए। लेकिन रिर्पोट दर्ज नहीं की। तब से लगातार पीड़ित परिवार रिर्पोट दर्ज कराने को थाने के चक्कर लगा रहा है। आज ग्रामीणों का गुस्सा भड़का और पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन किया। सूचना मिलने पर भाजपा के बिसलपुर विधायक रामसरन वर्मा भी पहुंचे और उन्होंने जानकारी हासिल की जिसके बाद उन्होंने कहा कि मुकदमा लिखा जा रहा है। जब पुलिस पर 50 हजार रूपये लेकर आरोपी को छोड़ने की बात कही गयी तो वो बोले कि यह कल की बात थी छोड़िए इसे आज मुकदमा लिखा जा रहा है। फिलहाल आज सुआलाल के खिलाफ मुकदमा लिखा गया है। वहीं कोतवाल के खिलाफ जांच के आदेश एसपी ने दिये हैं।