हरियाणा सरकार के दावों की खुली पोल, सोनीपत में सरकारी स्कूलों के हाल हुए बद से बत्तर

खबरें अभी तक। हरियाणा सरकार भले ही सरकारी स्कूलों को अपग्रेड करने की बात करती हो और बच्चों को सभी सुविधाएं मुहैया करवाने का दावा करती हो। लेकिन सरकारी स्कूलों के हालात उससे विपरीत हैं। जहां स्कूल के बच्चों को डर के साए में पढ़ाई करनी पड़ रही हो। जिस कमरे में बच्चे पढ़ाई करते हैं। उसमें ना तो दरवाजे हैं ना खिड़कियां हैं। स्कूल के कमरों के साथ लगता हुआ गंदगी का अंबार है। जहां से कोई भी जहरीला जीव-जंतु होने का खतरा बना रहता हैं। वहीं स्कूलों में गंदगी का अंबार है जहां बच्चे पढ़ाई करते हैं साथ ही गंदे पानी का जोहड़ है। जहां पर हर तरह के मच्छर पनपते हैं।

ताजा  मामला है सोनीपत के सेक्टर 23 के सरकारी का जंहा पर स्कूल के नाम एक इमारत है। जिसमे न तो कोई बिजली की फिटिंग है न ही दरवाजे खिड़किया और क्लास में छत से पानी टपकता रहता है

राजेश हेडमास्टर  सेक्टर 23 के मुख्याध्यापक  राजेश ने बताया की यंहा साफ़ सफाई की बहुत समस्या है बारिश के दिनों में घास ज्यादा उग जाती है चौकीदार सफाई करता रहता है और हमे इस तरह का डर बना रहता है की कोई जहरीला कीड़ा कंही बच्चो को न काट ले इस लिए हम यहां पर बार बार दवाई का छिड़काव करते रहते

राजेश ने बताया की स्कूल में सात साल से दरवाजे टूटे हुए है जब मेने ज्वाइन किया उस से पहले के दरवाजे टूटे हुए है जब भी हमारे पास ग्रांट आती है हम इनको ठीक करवाते रहते है  बच्चो को खेलने को भी हम अब कह नहीं सकते क्यों की बारिश के दिनों में जहरीले कीड़े का डर बना रहता है क्यों की यंहा पर गिराउण्ड की भी समस्या है

कुलदीप ग्रामीण    गढ़ी ब्र्हामण  निवासी कुलदीप ने हमे बताया की कल और परसो सोनीपत में बारिश हुई थी यंहा बारिश हो या न हो यँहा गंदे पानी का जोहड़ भरा रहता है चारो तरफ से रिहाशी एरिया है ये हमारा सरकारी स्कूल इसी का ये हॉल है अगर जिस तरह के मच्छर ढूंढ़ना चाहते हो उसी तरह के मच्छर यंहा मिल जायँगे इस गंदगी को साफ़ करने का किसी के पास कोई इलाज नहीं है हमे cm  विंडो को लिख लिया सोनीपत dc को लिख लिया किसी के पास हमारी समस्या का कोई हल नहीं है अब हम इस मामले पर प्रधान मंत्री को शिकायत दर्ज करवाए गे  अब हम पुरे गाँव की तरफ से स्कूल की तरफ से प्रधान मंत्री को चिट्ठी लिखेंगे  आप यंहा देख लीजिये चारो तरफ गंदगी ही गंदगी है

स्कूल मुख्याध्यापिका उषा गांव गढ़ी ब्राह्मण की मुखयधापिका उषा ने बताया की मेने 2013 में स्कूल ज्वाइन किया था उस से पहले का  कूड़ा पड़ा हुआ है ये स्कूल नगर निगम के अंतर्गत आता है यंहा नगर निगम द्वारा गोदाम भी बना हुआ है चौपाल भी बनी हुई है लकिन जो स्कूल में गन्दा पानी आता है जो कूड़ा है और जो ये गंदगी है ये नगर निगम द्वारा डाली गई है  इस से बच्चो में बहुत परेशानी आती है हमारे पास जब भी ग्रांट आती है हम jcb  से इसमें मिटटी डलवाते रहते है

हरियाणा सरकार भले ही सरकारी स्कूलों को निजी स्कूलों की तर्ज पर विकसित करने के दावे करती हो पर असल में सरकारी स्कूलों के हालात बद से बदतर हैं। शिक्षा के स्तर पर बात करे तो सरकारी स्कूल बुरी तरह से पढ़ाई में लगातार नीचे गिर रहे हैं। लगातार शिक्षा का गिरता स्तर जहां बच्चों के भविष्य के लिए परेशानियां खड़ी कर रहा है, वहीं स्कूलों के कार्य प्रणाली और स्कूल स्टाफ पर भी सवालिया निशान लगा रहा है। सवाल ये भी है कि क्यों भारी भरकम वेतन पाने वाले अध्यापक शिक्षा के स्तर को गिरने से संभाल नही पा रहे हैं।