हजारों किसानों व महिलाओं ने किया थाने का घेराव, अधिकारीयों की सूझ-बूझ से निपटा मामला

खबरें अभी तक। हरदोई में उस समय हड़कंप मच गया। जब हजारों की संख्या में किसानों व महिलाओं ने भारतीय किसान यूनियन के नेताओं के नेतृत्व में बेनीगंज थाने का घेराव कर लिया, व जनसभा कर चौकी प्रभारी को हटाने की मांग की। घटना की पृष्ठभूमि यह बताती है कि चौकी इंचार्ज ने लकड़ी कटान पर कुछ लोगों के विरुद्ध कार्यवाही कर दी थी, तो लकड़ी माफियाओं ने अपने हितों को साधने के लिए भारतीय किसान यूनियन का सहारा लेकर पुलिस प्रशासन पर दबाव बनाने की पूरी रणनीति कर योजनाबद्ध तरीके से पूरे घटनाक्रम को अंजाम दिया। मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने अपनी सूझ-बूझ का परिचय देते हुये किसान नेताओं को नवागत पुलिस अधीक्षक के कार्यभार ग्रहण करने के बाद कार्रवाई का आश्वासन देकर किसी तरह मामले को शांत किया।

हरदोई के थाना बेनीगंज क्षेत्र में उस समय हड़कंप मच गया जब हजारों की तादाद में किसानों व महिलाओं ने थाने का घेराव कर लिया व भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह चौहान के नेतृत्व में जनसभा कर प्रताप नगर चौराहा चौंकी प्रभारी रामभजन पर ढेरों आरोप लगाकर उन्हें वहां से हटाने की मांग करने लगे।

मामले की सूचना मिलने पर पुलिस प्रशासन के आला अधिकारी भारी पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे व किसान यूनियन के नेताओं से वार्ता कर आश्वासन दिया कि नवागत पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी के आने के बाद इस संबध में कार्रवाई की जायेगी। इस आश्वासन के बाद किसान यूनियन के नेताओं ने पुलिस प्रशासन को कुछ समय देकर व कार्रवाई न करने पर पुनः आन्दोलन की चेतावनी देकर सभा समाप्त कर दी। तब जाकर पुलिस ने राहत की सांस ली।

जिले के पुलिस अधिकारियों की सूझबूझ से किसी तरह मामले को शांत किया गया व मीडिया को अवगत कराया गया कि लकड़ी कटान से क्षुब्ध होकर कुछ लकड़ी माफियाओं ने किसान यूनियन के नेताओं को अपने हितों को साधने के लिए उनका दुरूपयोग किया है। परंतु नवागत पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी के अभी कार्यभार ग्रहण न करने के कारण किसी पुलिस अधिकारी ने कैमरे के सामने आकर कोई वक्तव्य देने से मना कर दिया व मीडिया को आश्वासन दिया कि जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।