कानपुर देहात में हो रही सरकारी राशन कार्ड की कालाबाजारी

ख़बरें अभी तक। सरकारी राशन कार्ड की कालाबाजारी का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है कानपुर देहात के रसूलाबाद तहसील में एक कोटेदार ने एक ही नाम से कई राशन कार्ड बनाकर गरीबों को मिलने वाले सरकारी राशन पर डाका डाला है दरअसल रसूलाबाद तहसील में 117 राशन कार्ड ऐसे पाए गए है जहां एक ही नाम के कई राशन कार्ड बने है जिसकी शिकायत ग्रामीणों ने कई बार जिलाधिकारी से की लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई मुफ़लिस गरीब लोगों को राशन नहीं मिल रहा और कोटेदार फर्जी राशन कार्ड बनाकर मुफ़लिस गरीब लोगों की थाली का खाना बेच खाये जा रहे है और अधिकारी मौन है.

वहीं सरकारी गेंहू से भरा ट्रैक्टर डेरापुर थाने में खड़ा था तभी पुलिस को देख ट्रैक्टर चालक गेंहू की बोरियों से भरा ट्रैक्टर छोड़ भागा तहसील से अधिकारी आये और उन्होंने भी बताया कि ट्रैक्टर पर लदा गेंहू सरकारी है उन्होंने ये भी स्वीकार किया कि सरकारी गेंहू की कालाबाज़ारी हो रही है लेकिन आज तक नहीं पता चला कि गेंहू किस कोटेदार का था, कहां जा रहा था, किसने बेचा और किसको बेचा. वक्त गुज़रा औरर मामला ठंडे बस्ते में चला गया लेकिन साफ था कि ये वहीं गेंहू है जो मुफ़लिस गरीब लोगों की थाली में जाना था.

वहीं ग्रामीणों ने न्याय पाने और राशनकार्ड घोटाले को लेकर न्यायालय का दरवाज़ा खटखटाया है ग्रामीणों  ने वकील  द्वारा  कोर्ट  में  DSO  और ARO , कोटेदार, रसूलाबाद तहसील पूर्व SDM पर मुकदमा दर्ज कराने की अपील की है वहीं कोटेदार है कि अपने नाते रिश्तेदारों के नाम पर राशन कार्ड बनवा काला बाजारी कर रहे और अधिकारियों के पास शिकायत करने पर कोई सुनवाई नहीं होती है गौरतलब है कि जनपद में कई बार ट्रैक्टर ट्राली से भरे सरकारी अनाज पकड़ा गया है, अब सवाल इस बात का है कि क्या इन मामलों में सरकार कदम उठाएगी और कब तक गरीबों को अपना राशन मिल पायेगा.