मामूली बरसात ने फिर खोली प्रशासन के दावों की पोल

खबरें अभी तक। मामूली सी बारिश क्या हुई कि पूरा शहर ही जलमग्न हो गया। अब इसे अधिकारियों की हठधर्मिता कहे या फिर कुछ और कि उन पर जिला उपायुक्त के आदेशों का भी कोई असर नहीं हुआ। ऐसे में शहर के हालात बद से बदतर हो चले हैं और हर कोई प्रशासन को बुरी तरह कोस रहा है।

दरअसल हम बात कर रहे हैं पीतल नगरी रेवाड़ी की, जहां बीती रात हुई मामूली बारिश ने प्रशासन के तमाम दावों की पोल खोलकर रख दी और शहर का ऐसा कोई हिस्सा नहीं बचा, जहां जलभराव ना हुआ हो। अब चाहे रेलवे रोड हो, रेलवे स्टेशन, बस अड्डा, पॉश कॉलोनी या फिर शहर का मुख्य सर्कुलर रोड, हर ओर जलभराव दिखाई दे रहा है।

बात अगर नागरिक अस्पताल की करें तो तस्वीरें इस बात की गवाह है कि किस कदर मरीज और उनके परिजन इस बरसाती पानी में से निकलने को विवश हैं। यहां पानी निकासी के लिए प्रशासन की तरफ से लाखों रुपए खर्च किए गए, लेकिन हालात आज भी बद से बदतर है।

इसे लेकर जब मरीजों से बात की गई तो वो भी प्रशासन को कोसते नजर आए। उनका कहना था कि वे सुबह 8 बजे से यहां जो खड़े हैं, लेकिन बारिश के कारण जलभराव होने से उन्हें परेशानी उठानी पड़ रही है और आवागमन भी बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। मगर अधिकारी है कि इस पर कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है।

आपको बता दें कि बारिश का मौसम शुरु होने से पहले जिला उपायुक्त ने जिले के तमाम अधिकारियों को निर्देश दिए गए थे कि शहर में बरसाती पानी की निकासी के पुख्ता प्रबंध किए जाएं, लेकिन अधिकारियों के कानों पर जूं तक नहीं रेंगी और हालात आज भी जस के तस बने हुए हैं।

अब भले ही बारिश के चलते लोगों को भयंकर गर्मी से राहत जरूर मिली हो, लेकिन जलभराव ने उनकी मुश्किलें बढ़ा दी है। अब देखना होगा कि प्रशासन इस मामले में क्या ततपरता दिखाता है।