पंचकूला में आगजनी और तोड़ फोड़ मामले को कल हो जाएगा एक साल

ख़बरें अभी तक। पंचकूला के इतिहास में 25 अगस्त 2017 का दिन काला दिन के रूप में दर्ज हुआ था, गुरमीत राम रहीम को दो साध्वियों से यौन शोषण मामले में इसी दिन हरियाणा की पंचकूला स्थित सीबीआई कोर्ट ने गुरमीत को दोषी करार दिया था. जिसके बाद बाबा के समर्थकों ने बाबा को भगा ले जाने का प्रयास किया था. इसी दौरान पहले से सुनियोजित कार्यक्रम के तहत बाबा के समर्थकों ने आगजनी व तोड़फोड़ की थी और जमकर उत्पात मचाया था. जिसमें तकरीबन 40 लोगों की मौत हुई थी, ऐसा मंजर देख पंचकूला सहमा गया था, लोग घरों में दुबकने को थे मजबूर हुए थे. सड़कों पर कोई था तो वो थे बाबा के समर्थक, जिन्होंने जमकर पंचकूला में तबाही मचाई थी कल उस घटना को एक साल हो जाएगा.

एक साल बाद पुलिस की कार्रवाई पर जब हमारी टीम ने कमिश्नर पंचकूला चारु बाली से बात की तो उनका कहना था कि मामले में तकरीबन 177 केस दर्ज हुए,ज्यादातर आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है, आदित्य इंसा की प्रॉपर्टी अटैच करने की कार्रवाई जारी है. हैरत की बात तो यह है कि जिस गुरमीत राम रहीम के कारण पंचकूला में दंगा भड़का, तकरीबन 40 लोगों को जान गवानी पड़ी, लेकिन हैरत की बात यह है कि किसी भी एफ आई आर में गुरमीत राम रहीम का नाम नहीं है, जब इस बारे में कमिश्नर चारु बाली से बात की गई तो उन्होंने भी जांच में नाम आने के बाद ही कार्रवाई करने की बात कहकर पल्ला झाड़ लिया, वहीं विपासना पर कोई कार्रवाई न किये जाने पर पूछे सवाल को भी कमिश्नर ने जांच का विषय बताकर पल्ला झाड़ा, पुलिस कार्रवाई पर बड़ा सवाल फिर यही उठता है कि गुरमीत राम रहीम का नाम किसी एफ़ आई आर में दर्ज क्यों नहीं है?