शिमला में कई दिग्गज राजनेताओं ने सांझा की अटल की यादें

खबरें अभी तक। हिमाचल प्रदेश को अपना दूसरा घर मानने वाले पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की स्मृतियां सांझा करने के लिए बुधवार को शिमला के रिज मैदान पर दिग्गज राजनेता जुटे. राज्यपाल आचार्य देवव्रत सहित मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, सांसद शांता कुमार, पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह, प्रेम कुमार धूमल व अन्य नेताओं ने अटलजी के साथ बिताए पलों को याद किया.

सभी ने अटल बिहारी वाजपेयी के हिमाचल प्रेम को सलाम किया और याद किया कि कैसे अटल जी ने अपने कार्यकाल में हिमाचल के विकास में योगदान दिया.सांसद और पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने अटलजी के साथ बिताए पलों को अपने जीवन की अमूल्य निधि बताया.शांता कुमार ने जिक्र किया कि कैसे अटल बिहारी वाजपेयी हमेशा देश की आम जनता के कल्याण के लिए समर्पित रहा करते थे.उन्होंने अंत्योदय अन्न योजना की शुरुआत के पलों का वर्णन किया और बताया कि जब केंद्रीय वित्त मंत्रालय से उक्त योजना की मंजूरी नहीं मिली थी तो उसी दौरान कालाहांडी में अकाल से चार लोगों की मौत हो गई.

शांता कुमार ने कहा कि वे अटल जी के पास गए और बोला कि यदि योजना समय पर शुरू हो जाती तो ये दुखद घटना न होती. इस पर अटल जी ने तुरंत कहा कि चार दिन बाद तुम्हारा जन्मदिन है और उसी दिन योजना शुरू कर दी जाएगी. इस तरह कैबिनेट में चर्चा से पहले ही योजना आरंभ हो गई.शांता कुमार ने कहा कि नरसिम्हा राव की सरकार के दौरान भी अटलजी के व्यक्तित्व के प्रभाव से हिमाचल को रायल्टी का फंसा हुआ पैसा मिला था. अटलजी कहा करते थे कि सरकार बनाने से भी अहम है समृद्ध राष्ट्र बनाना. शांता कुमार ने कहा कि ये अटल जी के व्यक्तित्व का ही असर है कि सभी दलों में उनके चाहने वाले मौजूद हैं. वे कहा करते थे कि आजादी से बाद देश की हर सरकार ने भारत के विकास में योगदान दिया है. वे कांग्रेस की सरकारों को भी बराबर का श्रेय देते थे.इस तरह अटल जी संकीर्ण राजनीति से ऊपर उठकर देश हित की बात किया करते थे.यही कारण है कि सभी दलों के लोग उन्हें आदर देते हैं.

अटलजी को श्रद्धांजलि देने रिज मैदान पर इकट्ठा हुए नेता

पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी के साथ उनकी कई यादें जुड़ी हुई हैं.अटलजी ने अपने कार्यकाल में हिमाचल के विकास के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी.वे पार्टी लाइन से ऊपर उठकर देशहित की बात किया करते थे.पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने भी भावुक होकर अटलजी को याद किया.धूमल ने बताया कि कैसे दिल्ली प्रवास के दौरान अटलजी ने उनसे मिलने का वक्त निकाला और उनका नाम एनी टाइम अप्वाइंटी लिस्ट में डाला, ताकि वे दिल्ली में होने के दौरान किसी भी समय अटल जी से मिल सकें.

धूमल ने याद किया कि कैसे हिमाचल के लिए विभिन्न योजनाओं, पैकेज आदि को लेकर अटल सहारा मिला.केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने कहा कि अटलजी से राजनीति का ककहरा सीखने वालों की सूची बेहद लंबी है.अटल बिहारी वाजपेयी ने अपनी और अपने बाद की पीढ़ी को राजनीति के संस्कार दिए हैं.वे सर्वमान्य नेता थे और उनकी वाणी में ओज था. नड्डा ने कहा कि अटलजी दूरदर्शी नेता थे और उनकी अथक मेहनत ने न केवल भाजपा को विस्तार दिया, बल्कि आने वाली पीढिय़ों को भी अपने प्रेरक व्यक्तित्व से प्रभावित किया. स्वर्णिम चतुर्भुज योजना, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, नदियों को जोड़ने की परिकल्पना और देश को अटल परमाणु शक्ति बनाने के लिए उन्हें हमेशा याद किया जाएगा.

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि उन्हें अपने राजनीतिक जीवन में अटलजी का खूब साथ, सहयोग और आशीष मिला.अटली जी के मनाली प्रवास के दौरान भी हिमाचल भाजपा के नेता उनसे मिलते और विभिन्न कार्यों के लिए आग्रह करते.मनाली प्रवास के दौरान अटल जी कविताएं लिखते और अध्ययन किया करते थे.ऐसे में वे कहा करते थे कि मैं यहां आराम करने आता हूं और आप मुझे यहां पर भी काम में लगा देते हैं.मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि अटलजी के व्यक्तित्व के कई आयाम थे.भारत और खासकर हिमाचल हमेशा अटलजी का ऋणि रहेगा.