फसल ख़राब होने पर भिवानी व आस पास के किसान परेशान

ख़बरें अभी तक। किसानों के चेहरे पर इन दिनो चिंता की लकीरें साफ दिखाई दे रही है, क्योंकि किसानों की फसल ख़राब होने पर है. भिवानी व आस पास के किसान परेशान है. कपास की फसल पर सफेद मक्खी व मोर पंखा बीमारी आने लग गई है. कई बार स्प्रे करने के बावजूद यह बीमारी फसलों पर से जाने का नाम नही ले रही है.

भिवानी व आस पास के क्षेत्र में कपास की फसल ख़राब होने के कारण किसानों की हालत पतली होने लगी है, अब कपास की फसले तबाह होने लगी है, हालांकि कृषि वैज्ञानिक अभी इसे खाली डर बता रहे है उनका कहना है कि अभी नमी पूरी है. 250 एमएल दवाई का प्रयोग करना चाहिए. इससे ये बीमारियां  खत्म हो जाएगी. दूसरी दवाइयों का प्रयोग न करें.

किसानों का कहना है कि 24 एकड़ में उन्होंने कपास की फसल बोई हुई है, उनका कहना है कि कपास की उनकी फसल में सफेद मक्खी का प्रकोप छा रहा है. छिड़काव का भी कोई असर नहीं हो रहा है. स्प्रे भी किया जा रहा है, लेकिन हालात सुधरने का नाम नहीं ले रहे है. अब बारिश नहीं हुई तो फसलों में नुकसान होना शुरु हो जाएगा.

रणपाल किसान का कहना है कि कपास की फसल में मक्खी, मोर पंजा नामक बीमारी आ गई है. फसले तबाह होने की कागर पर पहुंच जांएगी, उनका कहना है कि अगर बीमारी जड़ से खत्म नहीं हुई तो फसल खराब हो जाएगी. पहले ही मंहगाई कि मार ने मार रखा है.

वहीं कृषि वैज्ञानिक डॉ. विनोद का कहना है कि किसानों को घबराने की आवश्यकता नहीं है. उन्होंने किसानों को दवाईयों के नाम बताते हुए कहा कि किसान को रोगोर दवाई का प्रयोग करना चाहिए. 250 एमएल दवाई का प्रयोग करना चाहिए. इससे ये बीमारियां खत्म हो जाएगी. दूसरी दवाइयों का प्रयोग न करें.