कांगड़ा में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने किया ध्वजारोहण

ख़बरें अभी तक। जिला कांगडा में 72वां स्वतंत्रता दिवस बड़ी धूमधाम से मनाया गया हर तरफ देशभक्ति का माहौल देखने को मिला, जिले के लोगों के लिए इस वार गौरव का क्षण था कि राज्यस्तरीय समारोह इन्दौरा में रखा गया था. जिसमें मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की, वहीं स्वास्थ्य मंत्री विपिन परमार विशेष रूप से उपस्थित थे. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सबसे पहले समारोह स्थल पर पहुंच कर ध्वजारोहण किया और मार्चपरेड की सलामी ली. मार्च परेड में पुलिस जवानों होमगार्डस एनसीसी कैडेटस की टुकडियां शामिल थी.

समारोह स्थल का दृष्य बड़ा मनमोहक था और लोगों के मन में उत्साह उमंग देखने को मिली. जयराम ठाकुर ने अपने सम्बोधन में कहा कि स्वतन्त्रता संग्राम में हिमाचल का बहुत योगदान रहा है. उन्होंने कहा कि स्वतन्त्रता प्राप्ति के 8 माह उपरान्त हिमाचल अस्तित्व में आया था उस दौरान प्रदेश आर्थिक संकट से गुजर रहा था. उन्होंने कहा कि छोटा राज्य होने के बावजूद हिमाचल अग्रिम राज्य के रूप में उभर कर सामने आया है जोकि प्रदेश के मेहनती लोगों के कारण सम्भव हो पाया है. जयराम ठाकुर ने कहा कि विकास के मामले में प्रदेश ने मंजिल प्राप्त नहीं की है. यह मात्र पड़ाव है और प्रदेश के मेहनती लोगों का सहयोग आगे भी मिलता रहना चाहिए.

मुख्यमत्रीं ने कहा कि प्रदेश सरकार का 8 माह का कार्यकाल उपलब्धियों भरा रहा है, जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार ने 100 दिन का जो लक्ष्य निधार्रित किया था उन्हे प्रसन्नता है कि उसे लगभग 90 प्रतिषत प्राप्त कर लिया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार बदले की भावना से काम नहीं करेगी बल्कि अपना ध्यान विकास पर केन्द्रित करना चाहती है. इस अवसर पर जयराम ठाकुर ने प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं को एक एक कर जनता के समक्ष रखा.

मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने केन्द्र सरकार के सम़क्ष प्रदेश का पक्ष मजबूती के साथ रखा इसी का नतीजा है कि केवल 8 माह के कार्यकाल में 6500 करोड़ की आर्थिक सहायता प्रदेश को मिली है. उन्होंने कहा कि पूर्व सरकारे इतनी वितिय सहायता लाने में विफल रही हैं. इसके लिए उन्होंने केन्द्र सरकार का धन्यावाद किया.

इस अवसर पर प्रदेश के कर्मचारियों और पेंशनरों के लिए 1 अगस्त 2018 से 4 प्रतिशत अंतरिम राहत देने की धोषणा की, जिससे प्रदेश के 2 लाख कर्मचारियों और 1 लाख 20 हजार पेंशनरों को वितिय लाभ मिलेगा. जंगली जानवरों से मुत्यु होने पर मिलने वाली आर्थिक सहायता 1लाख 50 हजार से बढाकर 4 लाख व 60 प्रतिषत अपंग होने पर आर्थिक सहायता को एक लाख से बढ़ाकर 2 लाख करने की धोषणा की भूतपूर्व सैनिक जिन्हे केन्द्र सरकार से पेंशन नहीं मिलती और प्रदेश सरकार 500रूप्ये की वृदापेंशन मिलती थी उसे बढ़ाकर 3000 करने की धोषणा की. उन्होंने कांगडा जिले में 3 गौसदन खोलने की भी घोषणा की.