नरमा की फसल पर स्प्रे के छिड़काव से फसल हुई खराब

ख़बरें अभी तक। कालांवाली क्षेत्र के गांव गदराना में एक किसान द्वारा नरमा की फसल पर स्प्रे ड्रम से की गई स्प्रे के छिड़काव के बाद नरमा की साढे आठ एकड़ फसल खराब हो गई. पीड़ित किसान व ग्रामीणों ने सरकार से मुआवजे की मांग की है. शिकायत मिलने पर कृषि विभाग के अधिकारियों ने फसल का निरीक्षण किया. पीड़ित किसान महेंद्र सिंह ने बताया कि उसने खुद की अढाई एकड भूमि के अलावा छह एकड भूमि ठेके पर लेकर साढे आठ एकड भूमि पर नरमा की बिजाई की थी. उसने 24 जुलाई को गांव से ही एक व्यक्ति से स्प्रे का ड्रम किराए पर लेकर नरमा की फसल पर स्प्रे की थी.

स्प्रे के छिड़काव के बाद नरमा की फसल ठीक होने की बजाए खराब होनी शुरू हो गई. किसान ने बताया कि स्प्रे के छिडकाव के बाद नरमा की फसल पर पता मरोड (बंदर पंजा)बन गया और फसल पर लगी फल बुग्गी नीचे गिर गई. जिससे नरमा की पूरी फसल खराब हो गई. उसने आरोप लगाया कि स्प्रे ड्रम के कारण ही उसकी फसल खराब हुई है. क्योंकि ड्रम में खरपतवार नाशक दवाई का प्रभाव था जिस कारण नरमा की फसल खराब हुई है. किसान ने इसकी शिकायत कृषि अधिकारियों को देकर मुआवजे की मांग की है.

कृषि विभाग के एडीओ संजय सरदाना व विक्रमजीत टेकनिकल मेंनेजर ने बताया कि किसान की शिकायत मिलने पर उन्होंने खराब हुई फसल का निरीक्षण किया था. नरमा की फसल पर पता मरोड (बंदर पंजा)बना हुआ है और फसल पर लगी फल बुग्गी गिरी हुई है. उन्होंने बताया कि खरपतवारनाशक दवाई के प्रभाव के कारण ही नरमा की फसल खराब हुई है. उन्होंने किसान को इसके इलाज के उपाय बता दिए है और इसकी रिर्पोट विभाग के अधिकारियों को भेज दी है.