योगी सरकार में पुलिस प्रशासन हुआ बेलगाम, न्याय के लिए भटकता होमगार्ड

खबरें अभी तक। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में लगता है सिद्धार्थनगर पुलिस पूरी तरह संवेदनहीन और बेलगाम हो चुकी है। संवेदनहीनता का आलम है जिले के होमगार्ड को ही अपनी बेटी को को न्याय दिलाने के लिए थाने और पुलिस अधिकारियों के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं।

मामला इटवा थाना क्षेत्र के चौखड़ा का है पुलिस विभाग में होमगार्ड श्रवण कुमार अपनी 19 वर्षीय पुत्री को न्याय दिलाने के लिए करीब डेढ़ माह से थाने के चक्कर लगा रहा है। लेकिन उसकी सुनवाई नहीं हो रही है। पीड़िता की थाने पर दी गई तहरीर के अनुसार 19 जून को वह घर में अकेली थी तभी गांव का दबंग लड़का चिंकू घर में घुस गया और छेड़खानी कर बलात्कार करने का प्रयास करने लगा। पीड़िता की माने तो उसने उसका कपड़ा फाड़ दिए और शरीर के प्राइवेट पार्ट पर अपनी हवस मिटाने लगा शोर मचाने पर उसकी बड़ी बहन आई और किसी तरह उसको बचाया बीच बचाव में उसकी बहन को भी गंभीर चोट आई पीड़िता ने बताया कि इसकी सूचना उसने 100 नंबर पर तत्काल दी। पुलिस आई उसे थाने ले गई तहरीर भी लिया। लेकिन उचित धाराओं को हटाकर सिर्फ मारपीट की हल्की धाराएं लगाई। जिससे आरोपी फौरन घर आ गया और फिर धमकी देने लगा। करीब 2 माह होने को है पीड़िता के पिता लड़की का मेडिकल लेकर लगातार न्याय के लिए पुलिस विभाग के चक्कर लगा रहे हैं। लेकिन पुलिस के अधिकारी उल्टे उन्हें ही फ़साने की बात कहकर सुलह समझौता करने के लिए मजबूर कर रहे हैं।

पीड़िता के पिता का आरोप है कि पुलिस यह सब क्षेत्र के भाजपा विधायक के दबाव में ऐसा कर रही है। आरोपी उनका खास समर्थक है। इस मामले में पुलिस के अधिकारियों से बात करने की कोशिश की गई तो उन्होंने कुछ बोलने से इंकार कर दिया। जिले के पुलिस पर सत्ता पक्ष के कितना असर होता है। इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि विभाग के होमगार्ड को भी न्याय नहीं मिल रहा है।