सरकार द्वारा गाय को लेकर कई प्रकार कानून भी फेल

खबरें अभी तक। सरकार ने गाय को लेकर कई प्रकार कानून भी बनाए हैं। उसके बाद भी गाय की हालत दयनीय बनी हुई हैं। वहीं दूसरी ओर गौशाला संचालकों का भी यह दावा है कि वह गायों के रख रखाव को लेकर हर संभव प्रयास कर रहे हैं। जबकी पुरे हरियाणा से गौशाला में मरने वाली गायों की खबर आ रही है। शहर की ज्यादातर गलियों में सांड व गायें बैठी रहती है और रात को तो सड़क पर सांड व गाय सड़क के बीच में जाकर बैठ जाती है, भूखी प्यासी गाय कचरे के ढेर पर पॉलीथिन खाने को मजबूर है।

आवारा पशु कभी भी सड़क पर लड़ने लगते हैं, जिससे की हादसों का डर बना रहता है। आखिरकार वह कौन से कारण हैं, जिनसे गाय की हालत ओर अधिक दयनीय होती जा रही है, जबकि सरकार, गो रक्षक,गौशाला संचालक, दानी सज्जन गाय को भरपेट खाना मुहैया करवाने एवं बचाने का प्रयास कर रहे हैं.

बात करे हरियाणा प्रदेश के कैथल जिले की तो यहां पर भी गाय की स्थिति बहुत ही दयनीय बनी हुई है  हालात बाद से बद्दतर है। कैथल की सड़कों पर गाय सड़को पर बेसहारा घूमती रहती है और नंदी शाला में भी उनकी कोई देखभाल ठीक से नही हो है।  क्योंकि सरकार का कहना है कि हर नंदीशाला में उचित सुरक्षा व्यवस्था गायो के लिए है लेकिन धरातल पर देखा जाए और बात की जाए ।

बीते दिनों कैथल के भैणीमाजरा गांव की नंदीशाला की तो वहाँ पर 10 दिन पहले करीबन 10 गायो की मौत हो चुकी है और वजह है नंदीशाला में एक तो मैदान में कीचड़ भर पढ़ा है सफाई की व्यवस्था नही है। दूसरा सबसे बड़ा कारण है उनको पर्याप्त रूप में  चारा न मिलना। जिस कारण गायो की लगातार मोत हो रही है.