इस नई पैकिंग के जरिए बर्बाद नहीं होगा अन्न का एक भी दाना

ख़बरें अभी तक। दुनिया के बहुत से ऐसे देश है जहां लोग अन्न के एक-एक निवाले को तरसते है और कुछ लोग अन्न को फेंककर बर्बाद कर देते है. खाने की पैकिंग में ही हर साल काफी खाना बर्बाद हो जाता है जो किसी का पेट तो नहीं भरता लेकिन गंदगी जरुर फैला देता है. ऐसे हालातों के मद्देनजर वैज्ञानिकों ने एक नई पैकिंग का आविष्कार किया है, जिससे अन्न या खाद्य पदार्थों का एक दाना भी बर्बाद नहीं होगा. बता दें कि इस पैकिंग को तैयार करने वाले शोधकर्ताओं के दल में एक भारतीय भी शामिल है.

अमेरिका में वर्जीनिया टेक के शोधकर्ताओं ने बताया कि, दूध से बने उत्पाद, मांस आदि चिपकने वाले खाद्य पदार्थों को पैकिंग से निकालने में सबसे ज्यादा बर्बादी होती है. साइंटिफिक रिपोर्टस नामक जर्नल में प्रकाशित अध्ययन में बताया गया है कि पॉलिथीन और अन्य पैकिंग मैटीरियल के साथ खाने वाले तेलों का प्रयोग कर ये पैकिंग तैयार की गई है. वहीं इसे सस्ते पॉलिथीन और पॉलिप्रोपिलीन मैटीरियल के साथ भी प्रयोग किया जा सकता है.

वर्जीनिया टेक में सहायक प्रोफेसर जोनाथन बोरेको का कहना है कि हमने ऐसे प्राकृतिक तेलों की खोज की है जो प्लास्टिक मैटीरियल के साथ आसानी से प्रयोग हो सकेंगे. इसके अलावा हमने बिनौले का तेल प्रयोग किया है. इस तरह की पैकेजिंग को फूड इंडस्ट्री के साथ दवा इंडस्ट्री में भी प्रयोग किया जा सकता है. दुनिया भर में बनने वाले 55 प्रतिशत पैकिंग मैटीरियल इन्हीं पदार्थों से बनते हैं. इन्हें आसानी से रीसाइकिल भी किया जा सकता है.