पुलिस की कार्यशैली पर फूटा गुस्सा, सैंकड़ों लोगों ने किया हंगामा

ख़बरें अभी तक। रायबरेली: सरकार के लाख आदेशों के बावजूद जनता को न्याय मिलना अब टेढ़ी खीर से कम नहीं, तो जनता को अब न्याय के लिए रोड पर उतरकर हंगामा करना पड़ता है उसके बाद ज्ञापन सौंपकर न्याय मांगता है. आपको बता दें कि पिछले एक माह से हो रही ताबड़ तोड़ घटनाओं और आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर जनता परेशान है, शायद ही कोई थाना होगा जहां पीड़ितों के गंभीर धाराओं में मुकदमा पंजीकृत है और देखा जा सकता है कि पीड़ित गिरफ्तारी को लेकर मुख्यालय की लगातार परिक्रमा कर रहे है.

ऐसे ही अलग अलग थाना क्षेत्रों की आठ घटनाओं को लेकर पिछड़ा, अल्पसंख्यक, दलित, आदिवासी मंच के नेतृत्व में कई सैंकड़ों जनता पहले रिफॉर्म क्लब में एकत्र हुए उसके बाद नारेबाजी करते हुए जिला अधिकारी कार्यालय पहुंचे और जमकर नारेबाजी की और प्रशासन को चेतावनी भी दी. बता दें कि अलग अलग थाना क्षेत्रों में हरचंदपुर, ऊंचाहार, गुरुबक्सगंज, बछरावां पुलिस के द्वारा कार्रवाई न करने से आक्रोशित सैंकड़ों लोगों ने जिला मुख्यालय पर गुस्सा फूटा, पुलिस की कार्यशैली से नाराज होकर जिलाधकारी कार्यालय पर जमकर हंगामा किया और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की लोगों के आक्रोश को देखकर भारी संख्या में पुलिस बल के साथ सिटी मजिस्ट्रेट व आक्रोशित लोगों व पुलिस बल के साथ नोकझोक हुई, घंटो चले हंगामे के बाद जब सिटी मजिस्ट्रेट ने लोगों को समझाकर ज्ञापन लिया और कार्रवाई का भरोसा दिया तब जाकर मामला शांत हुआ.

दरअसल पिछले एक माह से रायबरेली के पिछडो अल्पसंख्यक और दलित आदिवासी के साथ पुलिस प्रशासन द्वारा किये गए अत्याचार पर पिछड़े अल्पसंख्यक दलित और आदिवासी मंच के बैनर तले सैकड़ो लोगो ने पुलिस के अत्याचार, गैर कानूनी तरीके से अपने पद का दुरुपयोग करके निर्दोष को जेल में बंद करने तथा निर्दोष लोगों को थानों में बंद करके झूठे मुकदमो में फ़साने, भूमाफिया से मिलकर कब्जा करवाने के विरुद्ध सिटी मजिस्ट्रेट आलोक कुमार को पुलिस व सामन्तो द्वारा किये गए अत्याचारों की मजिस्ट्रेटी जांच की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा है.