गाय राष्ट्रीय पशु घोषित की जाए : असीम गोयल

खबरें अभी तक। हरियाणा के कैबिनेट मंत्री अनिल विज गाय को जहां राष्ट्रीय पशु घोषित किये जाने की वकालत कर चुके हैं। वहीं अम्बाला सिटी के विधायक असीम गोयल ने गाय को राष्ट्रीय पशु की संज्ञा देने की बजाय इसे राष्ट्रीय धरोहर या राष्ट्रीय सम्पत्ति घोषित किए जाने की बात कही है। असीम ने हिन्दू धर्म में माता का दर्जा प्राप्त और पूजनीय गाय को राष्ट्रीय पशु सम्बोधित किए जाने की बजाए इसे राष्ट्रीय धरोहर या राष्ट्रीय संपत्ति घोषित किए जाने की वकालत की है। वहीं असीम के साथ लगते अम्बाला कैंट के विधायक और सरकार में मंत्री अनिल विज गौ संरक्षण के मद्देनजर कई बार गाय को राष्ट्रीय पशु घोषित किये जाने की बात कर चुके हैं। वहीं सिटी की जैतपुरा और सुललर की गौशालाओं में हाल ही में हुई लगभग एक दर्जन गायों की दर्दनाक मौत के बाद सरकार एक बार फिर खुद को गौपालक सरकार होने का दम भरते हुए गौवंश के संरक्षण के लिए नीतियां बनाने की बात कर रही है।

गाय, गीता और ज्ञान पर काम करना भाजपा सरकार के मुख्य एजेंडों में से एक है। पर असल मे गाय को लेकर जमीनी स्तर पर हालात बहुत अच्छे नहीं हैं। हाल ही में गाव जैतपुरा में  चल रही अवैध गोशाला में जहरीला पानी पीने से हुई 7 गायों की मौत और सुललर कि गौशाला में हुई 4 गायों की मौत ने सरकार की कार्यशैली को सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया है। अक्सर सार्वजनिक मंचों से सूबे के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर प्रदेश वासियों को गाय का महत्व बताते रहते हैं तो वहीं खेल एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज तो कई बार गाय को राष्ट्रीय पशु तक घोषित करने की वकालत कर चुके हैं।

परन्तु अम्बाला सिटी के विधायक असीम गोयल गाय के साथ पशु शब्द लगाए जाने से शायद इत्तेफाक नहीं रखते। अम्बाला में पत्रकारों से बातचीत करते हुए असीम गोयल ने कहा कि हमारी सरकार ने गौवंश की सुध लेने का काम किया। गौ माता की जो बेकदरी और जो अनादर पिछली सरकारों ने किया उसे हम ठीक करने में लगे हैं। ये भावना की बात है कि लोग गाय को माता कहते हैं तो उसे पशु तो कहा ही नहीं जा सकता। हमारा तो ये मानना है कि गाय को राष्ट्रीय संपत्ति या राष्ट्रीय धरोहर के तौर पर सहेज कर सम्मान दिया जाना चाहिए। हमारी सरकार गौ माता के सम्मान के लिए प्रतिबद्ध है।

विधायक असीम गोयल ने बताया कि जैतपुरा में हुई गायों की मौत के बाद प्रशासन ने वहां पर अवैध गौशाला चला रहे लोगों पर कार्रवाई करते हुए वहां से गायों को सुललर की गौशाला में शिफ्ट किया गया और जमीन से कब्जा छुड़वाकर जमीन पंचायत को वापिस कर दी गयी है। सुललर कि गौशाला में मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा की ओर से दी गयी मदद का पैसा यहां लगाया गया है और आगे भी यहां जिस जिस चीज की जरूरत होगी वो सरकार मुहैया करवाएगी। सरकार के साथ साथ गाय की रक्षा के लिए समाज को भी आगे आना होगा। असीम गोयल ने गौ माता के महत्व और सम्मान के लिए धार्मिक, सामाजिक और राजनीतिक समाज के लोगों से एक होकर आगे आने की अपील की है। सड़कों पर गौवंश मारे मारे न फिरें और अच्छे तरीके से इनकी देखभाल हो सके इसके लिए प्रशासन को एडवाइजरी भी जारी की गयी है।