प्रधानमंत्री मोदी जी मेरी मदद कर दो-आपकी बेटी

खबरें अभी तक। अलीगढ़ की एक बेटी की दोनों किडनियां खराब हो गई हैं, गरीब परिवार का अब तक काफी रुपया हो चुका है खर्च, भुखमरी की कगार पर आया इलाज के कारण परिवार, पीड़ित बिटिया ने देश के प्रधानमंत्री मोदी को लिखा पत्र, इलाज के लिए मोदी से लगाई देश की बेटी ने गुहार, आर्थिक तंगी के कारण बेटी की पढ़ाई भी छूटी.

दरअसल अलीगढ़ के सासनीगेट इलाके के आगरा रोड स्थित हरी नगर निवासी शैलेंद्र मोहन गौड़ का परिवार रहता है जिसके इनके 4 बच्चे हैं, चारों बच्चों में से सबसे बड़ी बेटी मन्शूल गौड़ के पेट में पिछले कुछ समय से दर्द होने लगा, जिसके इलाज के लिए पिता शैलेंद्र पास के ही एक निजी अस्पताल में ले गया तो वहां दर्द की दवा दे दी और कुछ टेस्ट के लिए लिख दिया गया, टेस्ट की जब रिपोर्ट आई तो उन्हें देखकर शैलेंद्र के पैरों तले जमीन खिसक गई क्योंकि रिपोर्ट में आया है कि उसकी बेटी मन्शूल गौड़ की दोनों किडनियां खराब है जिसके चलते उस डॉक्टर ने इलाज देने से इंकार कर दिया और मेडिकल के लिए रेफर कर दिया।

मेडिकल में भी शैलेंद्र ने अपनी बेटी का इलाज कराया और काफी सारी रिपोर्ट्स कराई लेकिन दिन पर दिन दर्द बढ़ता गया और परेशानी भी बढ़ती गई, आखिरकार मेडिकल में भी उसे दिल्ली के एम्स के लिए लिख दिया गया, लेकिन शैलेंद्र की मालिया हालत इतनी गिर गई है कि वह आप कहीं भी इलाज कराने में असमर्थ हो गया है, क्योंकि शैलेंद्र छोटी-मोटी मेहनत मजदूरी कर 100 से डेढ़ सौ रुपए मात्र रोज कमा पाता है, अब तक उसके पास जमा धनराशि और रोज कमाए हुए रुपए के साथ सबकुछ बेटी के इलाज में खर्च हो गया जिसके चलते बेटी मन्शूल गौड़ की पढ़ाई भी छूट गई है।

शैलेंद्र ने बताया कि उसकी बेटी पढ़ाई में भी बहुत होशियार है अपने स्कूल में सभी से अब्बल नंबर लेकर आती है, लेकिन अब न तो उसके इलाज के लिए शैलेंद्र के पास पैसे बचे हैं और ना ही पढ़ाई के लिए. वहीं शैलेंद्र के पास पूरा परिवार है लेकिन परिवार चलाने के लिए पैसे नहीं है, इन सभी परेशानियों को देखते हुए और अपने दर्द से कराह रही बेटी मन्शूल गौड़ ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिख दिया, पत्र के विषय मे बेटी ने लिखा है कि “मेरी दोनों किडनियां खराब होने से मैं अस्वस्थ हूं किडनी के इलाज के लिए मदद की गुहार, और आखिर में लिखा है में आपकी बेटी।