इमरान खान की पार्टी को नहीं मिला बहुमत, भारत की बड़ी चिंताएं

खबरें अभी तक। पाकिस्तान में कल हुए आम चुनाव की वोटिंग में इमरान खान की पार्टी बड़ी पार्टी बनकर उभर  रही है। पाकिस्तान में बदलाव के लिए वोट कराए गए हैं। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के सबसे बड़े दल के रूप में उभरने के बाद इमरान खान के प्रधानमंत्री बनने की पूरी संभावना है। तो अब इमरान खान ‘नया पाकिस्तान’ बनाने का अपना वादा पूरा करेंगे, लेकिन वहां के इस बदलाव से भी भारत के लिए चिंताएं कम नहीं होने वालीं हैं।

पाकिस्तान में चुनाव के पूरे घटनाक्रम पर भारत और चीन दोनों की गहरी नजर थी। भारत और चीन दोनों शायद यही चाहते थे कि पाकिस्तान में एक बहुमत वाली स्थ‍िर सरकार बने ताकि वहां सेना-आईएसआई का नियंत्रण कम हो। लेकिन ऐसा हुआ नहीं। इमरान खान की पार्टी को बहुमत नहीं मिला है, ऐसे में संभवत: वह तमाम छोटे-छोटे कट्टरपंथी दलों के साथ मिलकर सरकार बनाएंगे। इस तरह वहां सरकार पर फिर से सेना और आईएसआई का प्रभुत्व कायम रह सकता है।

पाकिस्तान की प्रमुख सुरक्षा और विदेश नीति में सेना का हस्तक्षेप रहता है। इस बार चुनाव में सेना-आईएसआई पर गंभीर आरोप लग रहे हैं कि उन्होंने इमरान खान को जिताने का पूरा प्लॉट रचा है और धांधली कराई है। हालांकि, पाकिस्तानी सेना इन आरोपों से साफ इंकार कर रही है।

तो अब जब एक कमजोर गठबंधन सरकार बनना तय है, तो पाकिस्तान की भारत के प्रति नीति पर वहां की सेना की मजबूत पकड़ बनी रह सकती है। पाकिस्तान के साथ भारत के रिश्ते पहले से ही तल्ख हैं, ऐसे में भारत के लिए चिंता और बढ़ने वाली है।